नागपुर : मकर संक्राति उत्सव के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक समाज संपर्क के काम में जुट गए है। संघ में विजयादशमी के साथ ही गुरुपूर्णिमा,गुडीपाडवा ( नव वर्ष ),रक्षा बंधन और मकर संक्राति उत्सव को जोश के साथ मनाया जाता है। इस उत्सव के दौरान स्वयंसेवक समाज में लोगों से मेल मुलाकात बढ़ाते है। मकर संक्राति का उत्सव शाखा में मानाने की परंपरा रही है जिसे इस वर्ष तोड़ा जा रहा है।
इस वर्ष नागपुर में 275 बस्तियों में जाकर सामूहिक रूप से उत्सव को मनाया जाने वाला है विशेष है इस बार संघ अल्पसंख्यक बहुल इलाक़ों में जाकर भी इस उत्सव को मानाने वाला है। मकर संक्राति के साथ ही देश में उत्सवों की शुरुवात हो जाती है। आने वाले सभी उत्सव इसी ढंग से मानाने की तैयारी है। संघ के इस बदलाव को आने वाले आम चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। जिसका मकसद मतदाताओं को जोड़ने का भी है।
आने वाले लोकसभा चुनाव में संघ की इस पहल का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर फ़ायदा भाजपा को ही होगा। इन कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार के कामकाज का आकलन भी एकत्रित किया जा सकता है। जनता जिन बातों को लेकर नाराज़ है उसका फ़ीडबैक लेकर उसमे समय रहते सुधार भी किया जा सकता है। राम मंदिर संघ का वर्तमान समय में प्रमुख एजेंडा है। जिसके लिए भी इन कार्यक्रमों के माध्यम से विशेष तौर से हिंदू समाज में जनजागृति की जायेगी।