– एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन
नागपुर : दयानंद आर्य कन्या महाविद्यालय संगीत विभाग द्वारा हाल ही मे ‘लॉकडाउन समय मे मानसिक तनाव कम करने के लिए संगीत की भूमिका’ इस विषय पर अंतरराष्ट्रीय अंत: विषय वेबिनार का आयोजन किया गया. चर्चासत्र उदघाटन समारोह मे मुख्य वक्ता के रूप मे दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तबला वादक तानसेन श्रीवास्तव ने अपने वक्तव्य मे संगीत द्वारा मानसिक तनाव को किस प्रकार दूर किया जा सकता है इसे उदाहरण द्वारा स्पष्ट किया. परिस्थिती को देखकर उसी मे ढलकर अपनी समस्या का निराकरण करना चाहिये संगीत को योग तथा ध्यान से जोडकर तनाव दूर कर सकते है यह उदबोधन तानसेन ने दिया.
प्रथम सत्र की अध्यक्षता महिला महाविद्यालय अमरावती के संगीत विभाग प्रमुख डॉ. स्नेहाशीष दास ने की. संसाधन व्यक्ति के रूप मे ऑस्ट्रेलिया आर्मी बैंड, एडीलेट के संगीत निर्देशक मिस्टर निकोलस बफ ने सेक्सोफोन पर राग गुर्जरी तोडी का बडी सुंदरता से प्रस्तुतिकरण किया. अध्यक्ष स्नेहाशीष दास ने शुद्ध सारंग राग की प्रस्तुति दी. तथा मूर्च्छनाओं के बारे मे संक्षेप मे बताया. प्रथम सत्र का समापन अभंग की प्रस्तुति द्वारा हुआ.
द्वितीय सत्र की अध्यक्षता काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी की संगीत विभाग प्रमुख डॉ. संगीता पंडित ने की तथा संसाधन व्यक्ति आर.एस. मुंडले धरमपेठ महाविद्यालय की सेवानिवृत्त विभाग प्रमुख तथा मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाता डॉ. सरिता मोडक उपस्थित थी. उन्होने अपने वक्तव्य मे मनोविज्ञान तथा संगीत के विषय मे बडी ही सरलता से चर्चा कर के सबका मन जीत कर महत्वपूर्ण जानकारी दी कोरोना के विषय मे अलग अलग जानकारी के कारण पुरी जनता भयभीत है. हर व्यक्ति किसी ना किसी रूप तनाव मे है. इसका निराकरण संगीत द्वारा किस तरह करना चाहिये यह बहुत सरलता से समझाया. डॉ. संगीता पंडित ने अपनी सुंदर मधुर आवाज मे कजरी, ठुमरी, भजन गाकर अप्रतिम प्रस्तुति दी.
समापन समारोह की अध्यक्षता डॉ. अपर्णा अग्निहोत्री ने की जो बोर्ड ऑफ स्टडीज की अध्यक्ष तथा संगीत विभाग प्रमुख वसंतराव नाईक कला व समाज विज्ञान संस्था नागपुर ने चर्चा के अंत मे भैरवी राग के भजन की सुंदर प्रस्तुति दी. इस वेबिनार का सफल आयोजन प्राचार्या डॉ. श्रद्धा अनिलकुमार के सहयोग व मार्गदर्शन से हुआ. कार्यक्रम का संचालन व सभी के प्रति आभार डॉ. मोनाली मसीह ने किया. व्याख्याताओं का परिचय परिणिता हरकरे, अनिता शर्मा, वर्षा आगरकर ने किया. इस वेबिनार मे विदेश व भारत के विभिन्न महाविद्यालयो, विश्वविद्यालयो के प्रतिभागियों के सहभाग से यह कार्यक्रम अपने उद्देश मे पूर्ण हुआ.