Published On : Thu, Jul 26th, 2018

राजधानी एक्सप्रेस चोरी मामला : इंजीनियरिंग स्टूडेंट नकली चोर

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नागपुर: घर में पिता द्वारा पॉकेटमनी नहीं दिए जाने पर शहर की इंजीनियरिंग स्टूडेंट ने ट्रेनों में चोरी का रास्ता अपना लिया. 3 दिन पहले ट्रेन 12442 दिल्ली-बिलासपुर राजधानी एक्सप्रेस में हुई 2.80 लाख रुपये की चोरी के मामले में लोहमार्ग पुलिस ने 21 वर्षीय एक इंजीनियरिंग छात्रा को गिरफ्तार किया है. उसके पास से इस मामले के 1.80 लाख रुपए के माल के अलावा अन्य गहने और मोबाइल भी जब्त किए गए. जीआरपी ने आरोपी छात्रा को बुधवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे 6 दिन के लिए पीसीआर पर भेज दिया गया. आरोपी छात्रा के पिता रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग में बड़े पद पर कार्यरत हैं.

क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि नंदनवन निवासी कल्पना खंगाल (37) की शिकायत पर जीआरपी ने यह मामला दर्ज किया था. कल्पना ने बताया कि वह मूलत: गोंदिया की रहने वाली है. नागपुर उनका ससुराल है, जबकि वह अपने पति के साथ नीदरलैंड में रहती हैं. कल्पना उक्त राजधानी एक्सप्रेस की ए-3 कोच की बर्थ 19 पर गोंदिया तक का सफर कर रही थीं. नागपुर स्टेशन पर सुबह के समय किसी ने उनकी नींद का फायदा उठाकर बैग चुरा लिया, जिसमें सोने-चांदी के गहने, कुछ नकदी समेत पासपोर्ट जैसे कई जरूरी कागजात थे.

लड़की पर जताया था शक
कल्पना ने बताया कि घटना के दौरान कुछ देर लिए उनकी नींद खुली थी. इस दौरान उन्हें कालेज बैग लिए एक लड़की दिखाई दी थी. जीआरपी की अपराध शाखा ने इसी आधार पर जांच शुरू की. सीसीटीवी फुटेज में उन्हें मुंह पर स्कार्फ बांधे एक कालेज स्टूडेंट कोच में चढ़ते और कुछ ही देर में उतरते दिखाई दी. उसके पास कालेज बैग के साथ एक लाल पालीथिन थी. जांच टीम ने छात्रा के हुलिए के आधार पर तलाश शुरू की. पता चला कि सुबह करीब 10 बजे उक्त स्टूडेंट पहले एक होटल और फिर एम्प्रेस मॉल में गई. वहां से उसने अजनी कालोनी स्थित अपने घर जाने के लिए आटो किराये पर लिया.

नाग नदी में फेंका मोबाइल और पर्स
छात्रा की पहचान पुख्ता होते ही जांच टीम उसके घर पहुंच गई. पहले तो छात्रा ने बरगलाने की कोशिश की, लेकिन थोड़ी ही देर में टूट गई और चोरी की कबूली दे दी. छात्रा ने बताया कि उस दिन उसने राजधानी एक्सप्रेस में 2 चोरियां कीं. वहीं, कल्पना का पर्स और मोबाइल नाग नदी में फेंक दिया. मोबाइल ट्रेसिंग से बचने के लिए ऐसा किया. वहीं, पर्स पानी में फेंकने से पहले उसने अपनी अंगुलियों के निशान भी मिटा दिये. कड़ी पूछताछ में उसने अपने घर में रखा चोरी का सामान जीआरपी के सुपुर्द कर दिया.

कई मामलों का हो सकता है खुलासा
उक्त छात्रा कई दिनों से ट्रेनों और महिला वेटिंग हॉल में चोरियां कर रही है. छात्रा ने स्वयं कबूला कि करीब 3 महीने पहले उसने ट्रेन में पहली चोरी की. लेकिन जांच टीम को पता चला कि वह लगभग हर 15 दिन में महिला वेटिंग रूम में नजर आती थी. किसी को शक न हो इसलिए अप-डाउन करने वाली अन्य छात्राओं और महिलाओं से दोस्ती कर लेती थी. टीम को उम्मीद है कि पूछताछ में अन्य कई मामलों का खुलासा हो सकता है.