Published On : Tue, Aug 31st, 2021
nagpurhindinews | By Nagpur Today Nagpur News

PWD परिसर बना शराबियों का ऐशगाह

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नागपुर: सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग सदर परिसर इन दिनों अवैध पार्किंग-शराबी और जिस्मफरोशी का पनाहगाह बनकर रह गया है।बताया जाता है कि गड्डीगोदाम रोड के दोनो तरफ टू पहिया और चार पहिया वाहनो की ओवर आयलिंग-मरम्मत का कारोबार सुबह 8 से रात 11-12 बजे तक शुरु रहता है। उसी प्रकार सदर चौंक मे हल्दीराम मार्केट से मोतीमहल तक बाजार मे आने-जाने वाले ग्राहक व व्यापारी यहा पी डब्ल्यू डी परिसर के पार्किंग मे अपने वाहन रखकर बाजार करते है।हालांकि यह परिसर पी डब्ल्यू डी के अधिकारियों,कर्मियों और इस विभाग के ठेकेदारों के वाहनो के लिये आरक्षित है।

परंतु देखा गया है कि यहां पर पी डब्ल्यू डी के अधिकारियों कर्मियों और ठेकेदारों के वाहन कम और अन्य लोगों के वाहन अधिक पाये जा सकते है। व्याप्त चर्चाओं के मुताबिक यहां यहां रात 9 बजे के बाद शहर के लैला मजनूँ किस्म के शराबियों का हुजूम लगा रहता है,सूत्रों के मुताबिक यहां पी डब्ल्यू डी आफिस मे कार्यरत उपविभागीय अभियंताओं एवं उनके अधीनस्थ सहायक अभियंताओं के करीबी और चहेते ठेकेदारों के मजनू कार्यकर्ता रात के समय किराये की महिलाओं को साथ लेकर यहां शराब और जिस्मफरोशी का धंधा शुरु रहता है।

बताया जाता है कि सदर पी डब्ल्यू डी परिसर में स्थित भंडार विभाग के आजू-बाजू खाली पडे रूम और शैडों मे रात के समय यह धंधा बडे जोरों से फल फूल रहा है। बताते है कि यहां पर कार्यरत पहरेदारों को 10–20 रुपये थमा दो और जबान तथा अधेड किस्म के लैला-मजनुओं का गिरोह पकडा जा सकता है।सबसे अधिक यहां शराब और अय्यासी का धंधा शनिवार, रविवार तथा शासकीय अवकाश के दिन की रात के समय चलता है।

वैसे यहां पी डब्ल्यू डी के उपविभागीय क्रं.3 और 4 के कनिष्ठ अभियंता कार्यालय के खाली पड़े कक्ष की छप्पर तथा नकली चाबी के माध्यम से आफिस के अंदर यह गैरकानूनी कारनामा चोरी छिपे चलता है ,इतना ही नहीं कुछ मनचले शौकीन युवक बाहर होटल व ढाबों से चिकन-मटन के टिफिन लाते है। देशी -विदेशी शराब की दुकान तो पी डब्ल्यू डी परिसर के बाजू रोड मे ही उपलब्ध है। यहां मनचले युवक-युवतियों के जोड़े बेरोक-टोक आते-जाते है और रात में रंगेलियां मनाते है यह बदनाम कुकृत्य छुट्टियों के दिन की रात के समय देखा और पकडा जा सकता है?

यहां दो महिने पूर्व एक ठेका सफाई कर्मी ने अपना नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर पता या था कि साहेब यहां पर जिस्मफरोशी के समय उपयोग किये गये निकृष्ट सामग्री बिखरे पडे रहते है इससे पता चलता है कि यहां दाल मे कुछ ज़्यादा ही काला चलता रहता है। हालांकि यहां इस मामले मे लोकनिर्माण विभाग के कोई अधिकारी अभियंता का कोई सरोकार नही रहता।बताते है कि इस विभाग के अधिकारियों-अभियंताओं के लिये तो शहर एवं ग्रामीण विभागों में अनेक विश्रामगृह मौजूद है,वहां जब चाहें तब अपनी प्रेमी-प्रेमिका दोनो की इच्छाओं के अनुकूल मौज मस्ती और ऐसो आराम करने के अनेक मामले प्रकाश मे आते है।परंतु राज्य शासन के भवन-सडक व कार्यालय निर्माता पी डब्ल्यू डी परिसर मे यह बद से बदकार कुकृत्य पर प्रतिबंध जरुरी होगा।