Published On : Thu, Feb 5th, 2015

मूल : लोकनिर्माण विभाग को नही है नगरपरिषद पर विश्वास

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Cemented Road Construction
मूल (चंद्रपुर)।
शहर का सौंदर्यीकरण करने के लिए इस क्षेत्र के विधायक, अर्थ, वित्त व वन तथा जिले के पालकमंत्री सुधिर मुनगंटीवार के प्रयासों से सड़क विकास के लिए 10 करोड की निधी मंजूर हुई जिससे सिमेंट कांक्रिट की सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ. सोमनाथ टावर से ताडालारोड को लगकर विविध कार्यकारी संस्था के गोडाउन तक सड़कनिर्माण कार्य की शुरुवात हुई है.

सिमेंट की सड़क का कार्य 7 मिटर का है, 7 मिटर की दुरी पर सड़क के समीप नागरिकों के घरों के वालकम्पाउंड आ रहे है. लेकिन लोकनिर्माण विभाग ने संबंधीत नागरिकों को अबतक नोटिस नही दिया है. जिससे भविष्य में होने वाले कार्य में कठिनाईयां आ सकती है. वहीं गणेश मंदिर के समीप नल की बड़ी पाईप लाइन बुझने से नल कनेक्शन जोड़ने में नागरिकों को परेशानी हो रही है. इसके लिए नगरपरिषद पर विश्वास नही किया गया. ऐसा प्रशासन ने बताया है. जिससे लोकनिर्माण विभाग, नगर परिषद और विद्युत विभाग का समन्वय नही दिखाई दे रहा है. इस वजह से सड़क के निर्माण और विकास कार्यो में परेशानिया निर्माण होने का चित्र साफ दिखाई दे रहा है.

निर्माण सड़क को सटकर मुरकुटे का घर है. घर के सामने बिजली का पोल है जो निचे से सड चुका है. यह पोल कभी भी गिरकर दुर्घटना कारण बन सकता है. पोल पर जिंदा विद्युत तार भी है. इस संदर्भ में बिजली विभाग शिकायत से भी की गई. लेकिन बिजली विभाग कहता है कि न.प. से पोल गिराने का पत्र हमें नही मिला है जिससे हम कोई कार्रवाई नहीं कर सकते. लोकनिर्माण विभाग और न.प. इस कार्य में अनदेखी कर रही ऐसा आरोप क्षेत्र के नागरिक कर रहे है. शुरू किए कार्य की लंबाई 960 मिटर और नाली सहित 33.50 फुट चौडाई मंजूर की गई. लेकिन विश्रामगृह से गांधीचौक तथा गांधीचौक से मंगर के घर के समीप सड़क की चौडाई 30 फुट है. जिससे कम चौडाई की सड़क दिखाई दे रही है और अतिक्रमण जैसा का वैसा दिखाई देता है.

नगर प्रशासन ने 26 दिसंबर 2014 को तहसीलदार, पुलिस निरीक्षक, सार्वजनिक निर्माण विभाग, भुमि अभिलेख जि.प. लोकनिर्माण विभाग को पत्र देकर सड़क की कठनाई के संदर्भ में जानकारी देने की सुचना दी. लेकिन उसमे भी कुछ विभागों का सहकार्य नही मिल रहा है. सड़क का कार्य लोकनिर्माण विभाग के पास होने से नल की बड़ी पाईप लाईन दब चुकी है. इस संदर्भ में लोकनिर्माण विभाग ने नगर परिषद को पत्र दिया. पत्र में लोकनिर्माण विभाग ने कहां कि वे 28 लाख भरेंगे परन्तु 65 लाख न.प. भरे ऐसा कहां. जिससे नगर प्रशासन ने अपने हाथ खड़े कर दिए है ऐसी जानकारी है. इस वजह से नए नल कनेक्शन धारक पिने के पानी से अभी भी वंचित है. पाईप लाईन खोलने के लिए न.प. को लाखों रूपये का नुकसान सहना पड सकता है. इतनी समस्याएं सड़क के निर्माण में आने के बावजूद लोकनिर्माण विभाग, बिजली विभाग और नगर प्रशासन का समन्वय अभी तक जनता को दिखाई नही दे रहा है. नगर प्रशासन इसकी ओर ध्यान दे ऐसी मांग नागरिक कर रहे है.