Published On : Tue, Nov 17th, 2020

अंदरूनी विरोध के साए में प्रचार यात्रा शबाब पर

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– MLC ELECTION : बड़े-बड़ों के चक्कर में 25-50 वोटर बनाने वालों को नहीं मिल रही तवज्जों

नागपुर : स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी का चुनाव आगामी 1 दिसंबर को होने जा रहा,भाजपा उम्मीदवार महापौर संदीप जोशी और सेना-एनसीपी-कांग्रेस उम्मीदवार अधिवक्ता अभिजीत वंजारी को पक्ष अंतर्गत भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा.अंततः इस चुनाव में वहीं उम्मीदवार बाजी मारेगा,जिसके पीछे नितिन गडकरी और राजीव-सेना का हाथ होगा।

नितिन गडकरी खेमे के अनिल सोले को अंतिम क्षण में टिकट से महरूम कर दिया गया,इसके बाद नए उम्मीदवार का नाम भी फाइनल हुआ जिसकी भी टिकट काट देवेंद्र फडणवीस ने अपने निकटतम साथी महापौर संदीप जोशी को उम्मीदवारी दिलवाई,जिसका भी पक्ष सह गुट अंतर्गत भारी विरोध हो रहा,यह और बात हैं कि भाजपा में शिष्टाचार के कारण कोई खुल कर सामने नहीं आ रहा.

दूसरी तरफ कांग्रेस-एनसीपी-सेना ने अंतिम समय में अधिवक्ता अभिजीत वंजारी को उम्मीदवारी दी.कांग्रेस के अन्य गुट अपने-अपने करीबी का नाम चला रहे थे तो कुछ वंजारी के पक्ष ने डटे थे.वंजारी ने पिछले 1 साल से अधिक समय से इस चुनाव के लिए सक्रीय हो गए थे.लेकिन कांग्रेस के तथाकथित स्थानीय स्वयंभू दिग्गज नेता अंदरूनी विरोध कर रहे,नतीजा यह चुनाव काफी कठिनाई भरा साबित हो सकता हैं.

दोनों ही उम्मीदवार 25-50 वोटर बनाने वालों को और नगरसेवकों को महत्त्व नहीं दे रहे नतीजा कांटे की टक्कर में इनकी नाराजगी महँगी साबित हो सकती हैं.फ़िलहाल अन्य उम्मीदवारों को अपने पक्ष में बैठाने का क्रम शुरू हैं.साथ में जनसम्पर्क अभियान भी शुरू हैं.

उल्लेखनीय यह हैं कि उक्त चुनाव नितिन गडकरी और राजीव-सेना के इर्द-गिर्द विचरण करने वाला हैं,इनका जिस उम्मीदवार को शत-प्रतिशत समर्थन होगा,वहीं उम्मीदवार आगामी शीतकालीन अधिवेशन का हिस्सा बन पाएगा।