Published On : Fri, Aug 28th, 2020

आरोप सिद्ध करें अन्यथा सार्वजनिक माफी मांगें

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– मनपा से तबादले बाद शहर की महिलाओं के प्रति अपमानजनक बयानबाजी से क्षुब्ध होकर महापौर संदीप जोशी ने ललकारा

नागपुर – नागपुर मनपा से तबादले बाद पूर्व मनापायुक्त तुकाराम मुंढे बिना किसी नेता का नाम लिए सनसनीखेज आरोप लगाया कि उनका चरित्रहनन करने के लिए कुछ महिलाओं को उनके पास भेजा गया,उन महिलाओं ने उनके पास आकर अपने कपड़े फाड़ लिए। पूर्व मनपा आयुक्त के उक्त बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए शहर के प्रथम नागरिक संदीप जोशी ने कहा कि उक्त नेताओं और उन तक पहुंची महिलाओं का नाम सार्वजनिक करें अन्यथा शहर की महिलाओं के सम्मान में कानूनी सलाह लेकर दावा ठोकेंगे।

मुंढे के बयान से महापौर संदीप जोशी काफी व्यथित हो गए। उनका कहना था कि मुंढे जैसे कानून का पालनकर्ता अधिकारी से यह अपेक्षा नहीं थी। वह भी तब जब उनका नागपुर मनपा से तबादला हो गया तब आरोप लगा रहे। मनपा में उनके कार्यकाल में जब उक्त घटना घटी तब उन्होंने क्यों चुप्पी साधी थी।

जोशी ने आगे कहा कि पूर्व मनापायुक्त मुंढे के कार्यालय और उसके बाहर सीसीटीवी और उनकी सुरक्षा में लैस आधा दर्जन सुरक्षाकर्मी हमेशा उनके साथ साए की तरह रहते थे,उक्त घटना सीसीटीवी में कैद होंगी ही और तब उनके सुरक्षा कर्मी क्या कर रहे थे।

मुंढे एक आईएएस अधिकारी हैं, उन्हें उक्त घटना की जानकारी अथवा शिकायत तुरंत पुलिस में करनी थी,दूसरी ओर जब 4 या उससे अधिक लोग उनसे मिलने आते हैं तो बिना समय गवाए पुलिस बुला लेते रहे ,ऐसी सूरत में चुप रहना भी बड़ा सवाल हैं। जोशी ने जानकारी दी कि बात-बात की ऑडियो-वीडियो बनवा कर प्रचारित करने वाले मुंढे ने उक्त मामले को क्यों छिपाया ? मनपा की आमसभा में सत्तापक्ष के वरिष्ठ नेता व नगरसेवक दयाशंकर तिवारी ने अपने संबोधन के दौरान सभागृह की परंपरा/कानून के दायरे में रख कर अनेकों संगीन आरोप सबूत सह लगाए,उस दौरान यह भी आरोप लगाए थे कि उनका मनपा महिला कर्मियों के प्रति रवैय्या निंदनीय हैं।

अब जब नागपुर मनपा से उनका तबादला कर दिया गया इसके बाद जनता की ‘सिम्पैथी’ हासिल करने के लिए उन्हें इस तरीके सेबरगलाना उचित नहीं। मुंढे का आरोप महिलाओं के लिए बहुत ही अपमानजनक हैं।अबतक के महिलाओं के कई संगठनों ने इसकी शिकायत महापौर संदीप जोशी से कर चुके,इन संगठनों द्वारा जल्द ही महिला आयोग में शिकायत दर्ज करवाएंगे। इसलिए महापौर जोशी ने मुंढे से अनुरोध किया कि वे उक्त नेता और महिलाओं का नाम सार्वजनिक करें। साथ ही मुंढे ने जल्द ही नेता और महिलाओं का नाम सार्वजनिक नहीं किया तो महापौर जोशी कानूनी सलाह लेकर उनके ऊपर दावा ठोकेंगे अन्यथा मुंढे शहर के महिलाओं से सार्वजनिक माफी मांगें।