Published On : Mon, Dec 2nd, 2019

सीआई रेसिपीएंट्स के माता-पिता के लिए प्रोजेक्ट गीता कार्यशाला का आयोजन

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ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट और नागपुर महिला क्लब के सहकार्य से व्ही कनेक्ट की पहल

जन्म से ही,सुनने में असमर्थ जरूरतमंद बच्चों को उन्नत सहायक दवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रवि नायर हॉस्पिटल एंड प्राइवेट लिमिटेड का यूनिट ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा नियमित रूप से कोचलिअर इम्प्लांट सर्जरी का आयोजन किया जाता है। बहरेपन से छुटकारा पाने के लिए,१६ अगस्त २०१५ को, ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट ने गीता नामक अपने प्रोजेक्ट कोचलिअर इंप्लांट प्रोग्राम की शुरुआत की, जिसकी वजह से सुनने में असमर्थ नवजात बच्चो के माता-पिता को उम्मीद की नई किरण मिली है। शहर और मध्य भारत में सुनने में असमर्थ दोष वाले बच्चे अब इस नए बायोनिक इयर इम्प्लांट की उम्मीद कर रहे हैं, जिनके लिए न केवल सुनना संभव है, बल्कि सामान्य रूप से बोलना भी संभव है।

टाटा ट्रस्ट और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री सहायता निधि की वजह से ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के गीता प्रोजेक्ट के तहत १३० अधिक सर्जरी की गई हैं।
कोचलिअर इम्प्लांट रेसिपीएंट्स के माता-पिता की चिंताओं को दूर करने के लिए,नागपुर महिला क्लब और ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से १ दिवसीय नॉवेल वर्कशॉप का आयोजन किया गया।उम्मीद चाईल्ड डेव्हलपमेंट सेंटर के सहयोग से ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में वी कनेक्ट फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस नोवेल इंटरएक्टिव १-दिवसीय कार्यशाला में रेसिपीएंट्स कोचलिअर इम्प्लांट के ८०पंजीकृत, माता-पिताओ ने सहभाग लिया था।
रवि नायर हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक डॉ.विद्या नायर ने इस पहल के बारे में बात करते हुए कहा कि ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट मध्य भारत में कोचलिअर इम्प्लांट सर्जरी शुरू करने वाला पहला अस्पताल था।कोचलिअर इंप्लांट रेसिपीएंट्स के माता-पिता को एक अनुकूल परामर्श बैकअप प्रदान करने की चिंता लंबे समय से महसूस की जा रही थी, इस क्षेत्र में अपने विशाल अनुभव के साथ वी कनेक्ट फाउंडेशन ने कही मदद की।