नागपुर- नागपुर आज मारोतराव मुड़े उच्च माध्यमिक स्कुल में मीड-डे.मिल के खाते ही विद्यार्थियों को उल्टी आना शुरू हो गयी और जब अन्य विद्यार्थियों को भी उल्टी और चक्कर आने लगे तो ऐसी परिस्थिति में विद्यार्थियों को तत्काल उपचार के लिए क़रीब के अस्पताल में ले जाया गया. लेकिन वहाँ से उन्हें मेडिकल हॉस्पिटल में उपचार के लिए लाया गया. यहाँ आर टी ई एक्शन कमेटी के चेयरमैन शाहिद शरीफ़ तथा सदस्य ग्राम संरक्षक परिषद जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर बच्चों से बात की और पालको से बात की.
तब पालकों ने बताया कि एक माह पूर्व भोजन में ईल्ली और चूहे की गंदगी आने की शिकायत बच्चों ने की थी और अब जो भोजन बच्चों को दिया गया उस समय इसकी जानकारी योग अनुसार भोजन है की नहीं है इसकी रजिस्टर में एंट्री नहीं थी.
यह बात स्कुल के फ़ूड कमेटी के शिक्षक ने बताया कि नियमानुसार विद्यार्थियों को भोजन देने के पूर्व इसकी गुणवत्ता की जानकारी अंकित करनी पड़ती है. लेकिन सवाल ये उठता है कि इतनी बड़ी लापरवाही के लिए अभी तक शालापोषण आहार के अधीक्षक गौतम गेडाम ने प्रिंसिपल के ख़िलाफ़ अधिनियम JJ 2015 सेक्श 75 के तहत कोई कार्रवाई नहीं की और न ही शुभम महिला बचत गट के ख़िलाफ़ कार्रवाई की .