नागपुर: बजाज नगर में आज तडके सुबह करीब 4.30 बजे अजनी चौक से कृपलानी चौक के बीच एक प्राचार्य की घातक शस्त्रों से गला रेत कर हत्या कर दी गई. उनके पास से मिले आधार कार्ड के आधार पर पुलिस को पता चला कि उनका नाम मोरेश्वर माधवराव वानखेडे है. बताया जाता है कि मोरेश्वर वानखेडे चंद्रपुर के तुकुम्ब परिसर के एक कॉलेज में प्राचार्य के पद पर कार्यरत थे. यह अब तक पता नहीं चल सका है कि उनकी हत्या किसने और क्यों की. घटनास्थल पर पुलिस उपायुक्त स्मार्तना पाटिल और बजाज नगर के थानेदार पाटिल सहयोगियों के साथ पहुंचे थे. आरोपियों की खोजबीन के लिए 5 दस्ते बनाए गए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार नरेंद्र नगर निवासी मोरेश्वर वानखेडे शुक्रवार की तडके करीब 4 बजे रोजाना की तरह एक दोस्त के साथ चंद्रपुर जाने के लिए अपनी दुपहिया वाहन से निकले. बताया जाता है कि मोरेश्वर वानखडे अजनी रेलवे स्टेशन पर दुपहिया वाहन रखकर दोस्त के साथ ट्रेन से चंद्रपुर जाया करते थे. आज सुबह घर से करीब 4 बजे वे अपनी डीयो दुपहिया वाहन पर सवार होकर अजनी चॉक से कृपलानी चॉक की ओर आते समय उनका वाहन सडक किनारे पेड से टकरा गया. उसके बाद किसी ने उनकी गला रेतकर हत्या कर दी. सूचना मिलने पर बजाज नगर थाने के थानेदार पाटिल अपने सहयोगियो के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।. पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमॉर्टेम के लिए शासकीय अस्पताल भेज दिया. पुलिस ने मोरश्वर की जेब से मिले आधार कार्ड पर उनकी पहचान की. मोरेश्वर के शव को उनके परिजनों ने भी पहचान लिया. बजाज नगर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
आज कॉलेज में चुनाव होनेवाले थे
सूत्रों के अनुसार मोरेश्वर वानखेडे के कॉलेज में आज चुनाव शुरू है. वे अपने दोस्त के साथ सुबह निकले थे. इस दौरान किसी अज्ञात आरोपी ने उनकी हत्या कर दी. सूत्रों के माने तो कुछ दिन पहले कॉलेज में परीक्षा के समय एक छात्र को चीटिंग के साथ उन्होंने पकड़ा था. उस छात्र के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. हत्या की इस वारदात को इस मामले से भी जोड़कर पुलिस तहकीकात कर रही ह.
वाहन से गिरने पर किया गया हमला
पुलिस सूत्रों के अनुसार मोरेश्वर मेश्राम पर वाहन से नीचे गिरने के बाद हमला किया गया. पुलिस इस बात का भी पता लगा रही ह कि घटना के समय उनके साथ उनका कौनसा दोस्त था. जिसके साथ वह रोजाना नागपुर से चंद्रपुर ट्रेन में आना-जाना करते थे. मोरेश्वर मेश्राम का गला जिस बेरहमी से रेता गया है, उससे यह अनुमान लगाया जा रहा ह कि आरोपी को यह बात पता थी कि मोरेश्वर मेश्राम घर से कब और कैसे निकलते है. पहले पुलिस यही मान रही थी कि घटना को लूटपाट के इरादे से अंजाम दिया गया है. लेकिन मोरेश्वर मेश्राम के पैसे और मोबाइल उनकी जेब में ही थे. जिससे पुलिस लूटपाट की बात को छोड़कर जांच अन्य दूसरी दिशा में कर रही है.