Published On : Wed, Jun 14th, 2017

गरीब विद्यार्थियों से न ली जाए किसी भी प्रकार की फीस – एनयुएसयु

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नागपुर:
 आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के कारण आज भी कई विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते. इनमें ज्यादातर किसानों के बच्चे होते हैं. इन सभी समस्याओं को लेकर नागपुर के विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया पर एक अभियान चलाया है. नागपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी संगठन (एन.यु.एस.यु ) के नेतृत्व में गरीब किसान विद्यार्थी हाथ में फल और सब्जियां लेकर कुलगुर से अपनी आर्थिक समस्या और आगे की पढ़ाई से संबंधित बात करने पहुंचे. इन किसान विद्यार्थियों के साथ आर्थिक रूप से कमजोर अन्य विद्यार्थी भी इस दौरान मौजूद थे.

इस दौरान कुलगुरु डॉ. सिध्दार्थविनायक काणे ने मौजूद सभी विद्यार्थियों की मांगे सुनी और सभी को पढ़ाई में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया. कुलगुरु ने विद्यार्थियों को जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय की तरफ से आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए दस लाख रुपए का बजट होता है. उन्होंने बताया कि विद्यार्थी पूरी तरह से लाभ नहीं उठा पाते. लेकिन जरूरत पड़ने पर इस बजट को बढ़ाने की बात भी कुलगुरु ने कही.


कुलगुरु ने जिले के सभी शहीदों और आत्महत्याग्रस्त किसानों के बच्चों को बिना किसी शुल्क के पढ़ाई में मदद करने का भरोसा दिलाया है. कुलगुरु ने यह कहा कि किसान आत्महत्याग्रस्त विद्यार्थियों के साथ ही ऐसे विद्यार्थी जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं उन्हें नागपुर विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ मेडीकल की सुविधा भी मुहैया कराती है. जिसके लिए विद्यार्थी रजिस्ट्रार और स्टूडेंट वेलफेयर विभाग से संपर्क कर सकते हैं.

इस दौरान एनयुएसयु संगठन के साथ ही बड़ी तादाद में नागपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी मौजूद थे. इस दौरान अजित सिंह, अभिषेक सिंह, नीलेश कोड़े, प्रतीक कोल्हे, शादाब सोफी, विनोद हजारे, रोशन कुंभलकर, मो.मुहिबुद्दीन, अनिकेत हिवरसे, राहुल पराते, शुभम खंडाले, अखिल लांडगे, शुभम वाघमारे, रिषभ राउत, उज्वला महल्ले, रक्षंदा झोड़कर, विवेक राय प्रमुखता से उपस्थित थे.