Published On : Fri, Feb 9th, 2018

प्रतिभावान विद्यार्थियों के पलायन को रोकने के लिए पीएम रिसर्च फेलोशिप को मंजूरी

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HRD Minister Javdekar
नागपुर: देश से प्रतिभा पलायन को रोकने के मकसद से केंद्रीय कैबिनेट ने उच्चतर शिक्षा संस्थानों के छात्रों के लिए पीएम रिसर्च फेलोशिप (पीएमआरएफ) को मंजूरी दी है. आईआईटीज, आईआईएसईआर और एनआईटी जैसे उच्चतर शिक्षा संस्थान के छात्रों के लिए देश की यह अब तक की सबसे महंगी स्कॉलरशिप होगी. पीएमआरएफ के तहत चुने हुए स्कॉलर्स के लिए 70,000 रुपये से 80,000 रुपये तक की मासिक छात्रवृत्ति और 2 लाख रुपये तक का वार्षिक रिसर्च ग्रांट्स दिया जाएगा. केंद्र सरकार ने तीन सालों की अवधि के लिए 1,650 करोड़ रुपये निधि आवंटित करने को मंजूरी दी है.

रिसर्च की चाहत रखने वाले इंजिनियरिंग ग्रैजुएट्स को और लाभ दिया गया है. पीएमआरएफ के लिए शॉर्टलिस्ट हुए आईआईटीज, आईआईएसईआर, आईआईआईटी और एनआईटी के बीटेक ग्रैजुएट्स आईआईटीज या आईआईएससी बेंगलुरु से सीधे पीएचडी भी कर सकते हैं.

इस योजना के तहत 1,000 सालाना स्कॉलरशिप के अलावा सरकार आईआईटी और आईआईएससी में रिसर्च से जुड़ी सुविधाओं को अपग्रेड करने पर भी गौर कर रही है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि इस स्कीम से बीटेक ग्रैजुएट्स या इंटेग्रेटिड एमटेक या साइंस और टेक्नॉलजी स्ट्रीम्स में एमएससी से ग्रैजुएट्स को आईआईटीज/आईआईएससी में पीएचडी प्रोग्राम में सीधे दाखिला लेने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि इस स्कीम को 20181-9 ऐकडेमिक सेशन से लागू किया जाएगा और इसके लिए न्यूनतम स्कोर 8.5 सीजीपीए होना चाहिए.