Published On : Sat, Jul 21st, 2018

प्लास्टिक बैन को बनाया वसूली का धंधा

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नागपुर: प्लास्टिक बैन के नाम पर छोटे-छोटे व्यापारियों को टार्गेट बनाना और उनसे वसूली करने का सभी संगठनों ने एक स्वर में विरोध किया है. इनका कहना है कि अधिकारी नियम की धज्जियां उड़ाते हुए केवल वसूली के काम पर लग गए हैं. शुक्रवार को अधिकारियों ने विविध बाजार में जाकर दूकानदारों को 5000-5000 रुपये का जुर्माना ठोक दिया. इसके खिलाफ व्यापारियों ने काफी देर तक दूकानें बंद रखकर अपना विरोध भी प्रकट किया.

विदर्भ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (वीआईए) में इसे लेकर सभी संगठनों की बैठक हुई. बैठक में विदर्भ प्लास्टिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, नाग विदर्भ चेंबर आफ कामर्स, एमआईडीसी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, बूटीबोरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, लघु उद्योग भारती, होटल ओनर्स एसोसिएशन आदि के पदाधिकारी शामिल हुए.

हेमंत गांधी, गिरधारी मंत्री, प्रवीण तापड़िया, सी.एम. रणधीर, विशाल अग्रवाल, बी.एम. दवे ने कहा कि कानून की आड़ में व्यापारियों को तंग किया जा रहा है. विभाग इसके समाधान के मूड में नहीं दिखाई दे रहा है, बल्कि व्यापार और व्यापारियों को तंग कर व्यापार को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं.

जिन लोगों की दिन भर का कारोबार 5000 रुपये नहीं है, उन्हें 5000 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है. मंच ने सभी नेताओं से इस मुद्दे पर ध्यान देने और अविलंब इस प्रकार की कार्रवाई को स्थगित करने की मांग की है.