Published On : Sun, Jul 15th, 2018

स्टेशन को चमकाने में लगा प्रशासन

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नागपुर: रेल मंत्री बनने के बाद पीयूष गोयल 16 जुलाई को पहली बार आरेंज सिटी आ रहे हैं. मंत्री के आगमन के चलते रेलवे प्रशासन अचानक नींद से जाग गया है. सीताबर्डी रेलवे स्टेशन को चमकाने के लिए लीपापोती का काम शुरू हो गया है.

प्लेटफार्म नंबर 1 पर लगे मार्बल की घसाई का काम पूरा हो चुका है. ट्रैक की साफ-सफाई, विज्ञापन बोर्ड को उखाड़ने, नए बिजली के वायर बिझाने और दीवारों पर पूटिंग भरने से लेकर पेंटिंग करने का काम तेजी से हो रहा है. हालांकि बाहरी तौर पर स्टेशन में रंगरोगन तो किया जा रहा है, लेकिन भीतरी व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है.

सिटी में पिछले सप्ताह हुई मूसलाधार बारिश में रेलवे ट्रैक के पास की नाली चोक होने से गंदगी फैल गई थी. नालियां भी लबालब भरी हुई थी. अब उसे पूरी तरह साफ किया जा रहा है. वहीं कार्यालय और प्लेटफार्म के एसी, लाइट, पंखे और बंद पड़ी मशीनों को शुरू करने के लिए नई वायरिंग की जा रही है.

प्लेटफार्म पर लगे सार्वजनिक ड्रिंकिंग वाटर टैब के पास अक्सर अस्वच्छता दिखाई देती थी, जो कि अब चमक रही है और यहां से पानी पीने के लिए यात्री अब बिलकुल भी हिचकिचा नहीं रहे हैं.

एस्केलेटर लगाने का काम युद्ध स्तर पर
इतना ही नहीं, पहले कुछ ही स्थानों पर कचरा पेटी नजर आती थी और अब थोड़ी-थोड़ी दूरी पर नई गीला व सूखा कचरे की पेटी रखी गई है. इसके अलावा कई महीनों से बंद पड़ी ई-टिकटिंग मशीन को भी सुधारा जा रहा है. निजी कंपनियों द्वारा लगाए गए विज्ञापन के बोर्ड को निकालने का काम तेजी से चल रहा है. प्लेटफार्म नंबर 2 पर एस्केलेटर लगाने का कार्य पिछले 5 महीनों से भी अधिक समय से चल रहा है जिसे अब मात्र 2 दिन में पूरा कर लिया जाएगा.

कई महीनों से चल रहे निर्माण कार्य के चलते नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्लेटफार्म नं. 2-3 पर जाने के लिए एक ही स्लोप वाला रास्ता है. एक ही समय पर दोनों प्लेटफार्म पर ट्रेन आने से उस रास्ते पर आने और जाने वाले नागरिकों की भारी भीड़ जम जाती थी. लेकिन अब यात्री को यह परेशानी ज्यादा दिनों तक झेलनी नहीं पड़ेगी. अब यात्री बड़े आसानी से एस्केलेटर द्वारा फूटओवर ब्रिज पर पहुंच सकेंगे.

स्टेशन निरीक्षण का कोई शेड्यूल नहीं
रेलवे को पता है कि रेल मंत्री पीयूष गोयल का कार्यक्रम सुरेश भट्ट सभागृह में है, स्टेशन के निरीक्षण का अब तक कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है. इसके बावजूद सतर्कता के तहत बाहरी हिस्सों को चमकाने का कार्य किया जा रहा है. रंगरोगन का कार्य केवल स्टेशन के मेन एंट्रेंस और प्लेटफार्म 1 तक ही सीमित है. स्टेशन के पिछले वाले हिस्से यानी पूर्वी द्वार की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है.

जगह-जगह दीवार सफेद रंग के बजाय पान, गुटखा के थूक से पोती हुई है. प्लेटफार्म पर लगी टाइल्स उखड़ी हुई है. टिकटघर में लगी ई-टिकटिंग मशीन कई महीनों से बंद है. इसलिए वहां टिकट खरीदने वालों की लंबी कतार लग रही है. इसके अलावा लावारिस कुत्तों ने भी स्टेशन में आतंक मचा रखा है