नागपुर: पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को पीएचडी पात्रता परीक्षा में पेट-1 और पेट-2 में पास होने के लिए 45 प्रतिशत अंक चाहिए तो वहीं खुले प्रवर्ग के विद्यार्थियों को 50 प्रतिशत अंक चाहिए. यह दिशा निर्देश है. लेकिन नागपुर यूनिवर्सिटी द्वारा सोमवार को जारी नोटिफिकेशन पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को 5 प्रतिशत के आरक्षण का कहीं पर भी जिक्र नहीं था. जिसके कारण डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर विद्यापीठ विद्यार्थी संगठन की ओर से नागपुर यूनिवर्सिटी के कुलगुरु डॉ. सिध्दार्थविनायक काणे से मुलाक़ात की गई और उनसे सभी पदाधिकारियो ने पास होने के लिए 5 प्रतिशत के आरक्षण को लेकर चर्चा की.
इस दौरान उन्होंने बताया कि पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को दी जानेवाली 5 प्रतिशत की छूट 2017 के नोटिफिकेशन में गलती से छूटी है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पहले यह छूट थी वह पहले जैसे ही रहेगी. पेट-1 और पेट-2 में पास होने के लिए अब पिछड़े विद्यार्थियों को 45 प्रतिशत मार्क्स चाहिए होंगे तो खुले प्रवर्ग के लिए 50 प्रतिशत मार्क्स रहेंगे.
नागपुर यूनिवर्सिटी द्वारा मंगलवार को यह नोटिफिकेशन वेबसाइट पर डाला गया है. जबकि पेट-1 का रिजल्ट भी 23 जनवरी मंगलवार को आया. यह रिजल्ट अब आरक्षण के आधार पर ही घोषित किया जाएगा. अगर डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर विद्यापीठ विद्यार्थी संगठन के विद्यार्थियों ने गंभीरता नहीं दिखाई होती तो पीएचडी पूर्व परीक्षा देनेवाले हजारों विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी के इस निर्णय से नुकसान होता. नागपुर यूनिवर्सिटी द्वारा हुई इस गलती से यूनिवर्सिटी प्रशासन की लापरवाही का अंदाजा लगाया जा सकता है.
