Published On : Thu, Apr 12th, 2018

बकाया कर भी नहीं हो रहा वसूल और न ही हो रही स्मपत्तियां नीलाम

Advertisement

Property-tax
नागपुर: वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए बजट में सम्पत्ति कर के माध्यम से दिए गए लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भले ही 31 मार्च तक हर तरह का प्रयास किए जाने का दावा किया जा रहा हो, लेकिन वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बाद भी बकाया वसूली को लेकर अभियान जारी रखते हुए धरमपेठ जोन की ओर से सम्पत्तियों की नीलामी की गई. धरमपेठ जोन के सहायक आयुक्त महेश मोरोणे के आदेशों के अनुसार बकाया वसूली के लिए कुल 6 भूखंडों की नीलामी करने का निर्णय लिया गया था. लेकिन नीलामी की तारीख आते-आते एक सम्पत्तिधारक की ओर से बकाया भर दिया गया. जिससे 5 सम्पत्तियों की नीलामी सुनिश्चित की गई. नीलामी के दौरान 3 भूखंड के लिए बोली लगाने में किसी मे रुचि नहीं दिखाई. जबकि 2 सम्पत्तियों की नीलामी कर बकाया रकम वसूल की गई.

मालूम हो कि धरमपेठ जोन की ओर से नीलामी के लिए प्राथमिक स्तर पर 15 भूखंडों की सूची तैयार कर घोषणापत्र जारी किया गया था. गत सप्ताह वर्मा लेआउट स्थित शारदा सेवा निकेतन के 40 हजार वर्गफुट के भूखंड की नीलामी की प्रक्रिया पूरी की गई. लेकिन इसकी नीलामी के लिए कोई भी खरीददार नहीं मिल पाया. इस भूखंड पर वर्ष 2000 से 34 लाख रु. का सम्पत्ति कर बकाया है. खरीददार नहीं मिलने से अब इसे मनपा के नाम करने की प्रक्रिया की जाएगी. इसी तरह एक दिन पहले काचीमेट स्थित 2 खूले भूखंड में से 1 सम्पत्तिधारक ने बकाया भर दिया. जिससे केवल 1 सम्पत्ति की नीलामी की गई.

उल्लेखनीय है कि धरमपेठ जोन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार महादेवनगर गृह निर्माण सहकारी संस्था के राधेश्याम लांजेवार के खुले भूखंड पर वर्ष 2007 से 1,44,369 रु. का सम्पत्ति कर का बकाया था. इसी तरह एयरफोर्स सिविलियन कर्मचारी को-आपरेटिव सोसाइटी, दाभा के विजय शर्मा के खुले भूखंड पर 2008 से अब तक का 58,232 रु. बकाया था. इसके अलावा बंधु गृह निर्माण सहकारी संस्था की इंदिरा मेश्राम पर 1988 से 78,164 रु. का बकाया था. इन तीनों को बकाया भरने के लिए नोटिस भी जारी किया गया था. लेकिन कर अदा नहीं किया गया. जिससे तीनों सम्पत्तियों की नीलामी की गई. नीलामी में क्रमश: 30 लाख, 18.75 लाख और 16.50 लाख में बोली लगाई गई.