नागपुर: कुख़्यात बीजेपी नेता मुन्ना यादव के पुत्रों करण, अर्जुन द्वारा पुलिस को आत्मसमर्पण किये जाने के बाद शुक्रवार को अदालत अदालत में पेश किया गया। जहाँ से उन्हें चार दिनों के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। 21 अक्टूबर 2017 को अजनी इलाके में दो गुटों के बीच हुए विवाद के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था इसी मामले में करण-अर्जुन फ़रार थे। पुलिस आरोपी भाईयों को खोजने में नाकामियाब साबित हुई जिसके बाद उन्होंने शनिवार को खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस की गिरफ़्तार में आने के बाद दोनों को अदालत में पेश किया गया। पुलिस द्वारा अदालत से वारदात के वक्त इस्तेमाल की गई तलवार,आरोपियों के कपड़े और अन्य आरोपियों की तलाश के लिए पूछताछ के लिए पांच दिनों की रिमांड की माँग की गई थी। लेकिन अतिरिक्त जिला मुख्य न्यायाधीश जाधव ने चार दिनों की रिमांड मंजूर करते हुए 2 जनवरी तक करण-अर्जुन को हवालात भेज दिया।