Published On : Tue, Sep 10th, 2019

आनलाइन से आसान हुआ लाइसेंस बनाना

Advertisement

नागपुर: बिना ड्राइविंग लाइसेंस के कोई भी वाहन नहीं चला सकता और अगर ऐसा करता है तो कानून का उल्लंघन होगा. आज लाइसेंस बनवाने के लिए सरकार नियमों को लगातार आसान बनाती जा रही है. अभी लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया बहुत ज्यादा आसान हो गई है.

आनलाइन सिस्टम हो जाने से लोगों को आरटीओ के ज्यादा चक्कर काटने की जरूरत तक नहीं पड़ती. एक समय ऐसा भी था जब लाइसेंस बनवाने और रिन्यूअल कराने के लिए बहुत अधिक कसरत करने के साथ आरटीओ के कई बार चक्कर लगाने के बाद ही काम होता था. आज तो व्यक्ति किसी भी राज्य में बैठे-बैठे अपना लाइसेंस बनवा सकता है. आज देखा जाए तो जिले में आनलाइन व आफलाइन को मिलाकर करीब 5000 से अधिक लाइसेंस हर माह बन रहे हैं.

हर विकल्प उपलब्ध है वेबसाइट पर
आरटीओ अधिकारी विनोद जाधव बताते हैं कि परिवहन विभाग की वेबसाइट https://parivahan.gov.in की सुविधा ने लाइसेंस बनाना काफी आसान कर दिया है. इस वेबसाइट के होने से लाइसेंस के लिए बार-बार विभाग के चक्कर लगाने की जरूरत भी नहीं पड़ती. इसमें लाइसेंस के लिए फार्म भरने से लेकर पेमेंट तक विकल्प उपलब्ध है. परिवहन विभाग द्वारा बनाई गई वेबसाइट की सुविधा से पहले की तुलना में लाइसेंस बनवाने की संख्या में बढ़ोतरी होते जा रही है. वेबसाइट से घर बैठे-बैठे कोई भी व्यक्ति लाइसेंस के लिए फार्म भरकर पूरी जानकारी हासिल कर सकता है.

और तो और इसमें लाइसेंस के लिए जो टेस्ट होता है, वह भी आनलाइन दिया जा सकता है और तब के तब परिणाम भी देखा जा सकता है कि लाइसेंस के लिए पात्र साबित हुए है कि नहीं. यातायात व्यवस्था में सुधार और सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए वाहन चालकों को यातायात के बेसिक नियमों की जानकारी पर आधारित यह टेस्ट होता है. इस समय सबसे अधिक लाइसेंस की संख्या दुपहिया वाहनों की है. इसके पश्चात चारपहिया व अन्य वाहनों की है. वेबसाइट में दी जानकारी के अनुसार मोटर साइकिल से लेकर विविध तरह के वाहनों के लिए 300 से 1000 रुपये से ऊपर की फीस लाइसेंस और रिनीवल के लिए लगती है. आज स्मार्ट फोन पर इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है और वहीं जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन या आनलाइन की जानकारी नहीं है, वे कामन सर्विस सेंटर में जाकर भी 100 रुपये देकर अपना फार्म भर सकते हैं. इस तरह से आनलाइन ने हर चीज को आसान बना दिया है.

अनिवार्य हुआ लाइसेंस के लिए टेस्ट
वेबसाइट पर राज्यों की सूची दी गई है. सबसे पहले अपना राज्य चुनें. राज्य के चुनाव के बाद लर्नर के लिए ऑप्शन होता है. वहां क्लिक करने पर पूरा फॉर्म खुलता है. फॉर्म भरने के बाद एक नंबर जेनरेट होगा, जिसे सेव करना पड़ता है. इसमें उम्र प्रमाणपत्र, एड्रेस प्रूफ, आईडी प्रूफ अटैच करना पड़ता है. पश्चात फोटो और डिजिटल सिग्नेचर अपलोड करना होता है. फिर ड्राइविंग टेस्ट के लिए स्लॉट बुक कराना पड़ता है.

स्लॉट का चुनाव करते समय ही फीस भरनी होती है. इसमें लर्निंग लाइसेंस के लिए अलग और परमानेंट के लिए अलग फीस होती है. इस फीस के बारे में भी वेबसाइट पर जानकारी मिल जाती है. फिर भी 600 रुपये के आसपास फीस लगती है. इसी वेबसाइट के माध्यम से व्यक्ति अपना लाइसेंस रिन्यूवल भी करा सकता है. लाइसेंस के लिए टेस्ट में अब पास होना अनिवार्य हो गया है. जब तक कोई व्यक्ति इस टेस्ट में पास नहीं होता, तब उसको लाइसेंस इश्यू नहीं किया जाता. इस मामले में विभाग पहले की तुलना में काफी सख्त हो गया है. वहीं लर्निंग लाइसेंस का 240 का कोटा है. इसमें रोज 240 लर्निंग लाइसेंस बनते हैं.