
फिल्म में विरोध जैसा कुछ नहीं
स्मृति टाकीज के मैनेजर संतोष मिश्रा का फिल्म को लेकर कहना है कि पद्मावत में ऐसा कुछ नहीं की किसीं की भावना को ठेस पहुंचे। पता नहीं इसका विरोध क्यों हो रहा है? थिएटर के अंदर दर्शकों को कुछ भी सामान ले जाने की अनुमति नहीं दी गई है लिहाजा लोग पानी की बोतल वगैरह बाहर छोड़कर फिल्म देखने जा रहे हैं।

200 से अधिक पुलिस जवानों को सिनेमाघरों के बाहर तैनात किया गया। विशेष पुलिस शाखा विभाग के उपायुक्त नीलेश भरने ने बताया कि शहर के 8 सिनेमाघरों में फिल्म को प्रदर्शित किया जा रहा है। हर सिनेमाघर परिसर में 10 से 12 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। मैं खुद और संबंधित क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त शहर में गश्त कर रहे हैं। पहचान-पत्र दिखाने के बाद ही किसी को भी सिनेमाघरों के अंदर जाने दिया जाएगा। इस बीच, बुधवार को एम्प्रेस मॉल के सामने फिल्म को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाले 5 और सीताबर्डी के इंटरनिटी मॉल परिसर से 9 आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया गया। इंटरनिटी मॉल परिसर में 90 से अधिक पुलिस जवानों को तैनात किया गया है।








