नागपुर– पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. तो वही शहर में बिजली बिल भी हजारों रुपए के भेजे गए है. अब इन दोनों ही मामलों में कांग्रेस और भाजपा की ओर से पॉलिटिक्स की जा रही है. दोनों ही पार्टियां किसी भी तरह का पॉलिटिक्स का मौका नहीं छोड़ना चाहती. इसका उदाहरण नागपुर शहर में देखा जा सकता है. देश में पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, जिसके लिए कांग्रेस ने नागपुर शहर के साथ साथ अन्य शहरों में भी भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है और अभी भी प्रदर्शन जारी है. लेकिन शहर के बढे हुए बिजली के बिल पर पार्टी की ओर से किसी भी तरह का प्रदर्शन नहीं किया जा रहा है.
तो वही भाजपा की ओर से शहर में लॉकडाउन के बाद जून महीने में भेजे गए हजारों रुपए के बिजली बिल को लेकर प्रदर्शन किया गया है और भी आयोजन किए जा रहे है. इसके लिए कई पार्टियों ने भी शहर में प्रदर्शन किया है. भाजपा की मांग है की बिजली का बिल 3 महीने का माफ़ किया जाए. जबकि पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर भाजपा का मौन है.
शहर के नागरिकों को भी अब ध्यान में आ रहा है की पेट्रोल-डीजल के दाम पर कांग्रेस का प्रदर्शन और बिजली बिल पर भाजपा का प्रदर्शन केवल और केवल पॉलिटिक्स है और कुछ नहीं. जनता को भले ही इससे कुछ मिले या न मिले, लेकिन दोनों ही पार्टियों की पॉलिटिक्स तो जरूर चमकेगी .