नागपुर– राज्य की महाविकास आघाडी सरकार की ओर से लॉकडाउन के दौरान नागरिकों को आए हजारों रुपए के बिजली बिलों में किसी भी तरह की कोई रियायत नहीं देने की घोषणा करने के बाद राज्य सरकार के खिलाफ और ऊर्जामंत्री राऊत के खिलाफ विपक्षी पार्टियों ने नाराजगी और गुस्सा जाहिर किया है. आम आदमी पार्टी भी कई दिनों से बिजली बिल माफ़ करने की मांग कर रही थी.
सरकार की ओर से भी बताया जा रहा था की कुछ रियायत दी जाएगी. लेकिन अब सीधे तौर पर ऊर्जामंत्री ने कहा है की महावितरण पर कर्ज है, इसलिए बिल भरना ही होगा. जिसके कारण अब राज्य की जनता समेत नागपुर के नागरिकों ने भी रोष जाहिर किया है.
आम आदमी पार्टी के विदर्भ अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र वानखेड़े ने कहा है की बिजली कम करने के मुद्दे पर महाविकास आघाडी सरकार ने राज्य की जनता को धोखा दिया है. इस मुद्दे को लेकर आनेवाले दिनों में बिजली बिल को लेकर आंदोलन करने की बात भी उन्होंने कही है.
आम आदमी पार्टी नागपूर अध्यक्ष कविता सिंघल, आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र कोषाध्यक्ष जगजीत सिंग, राज्य समिती सदस्य, आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र कृतल वेळेकर आकरे, संयोजक, आम आदमी पार्टी युवा आघाडी- विदर्भ पियुष आकरे ने भी मौजूदा सरकार द्वारा बिजली के मुद्दे पर धोखेबाजी करने का आरोप लगाया है.