- नई मुद्राओं की पहचान की व्यवस्था का आभाव
- नकली नोट खूब हैं चलन में
नागपुर: आपको एटीम से दो हजार का जो नोट मिला है, वह असली है या नकली? बैंक से जो पैसे आपने निकाले हैं उनमें नई पाँच सौ की नोट भी है, आपने पड़ताल तो की है न कि वह नोट असली है या नकली? आप असमंजस में हैं न? समझ नहीं पा रहे हैं कि नई दो हजार और पाँच सौ की नोट को असली कैसे मानें?
यकीन मानिए फिलहाल कोई तरीका नहीं है। आपके पास तो तब होगा, जब सरकार के पास होगा। सरकार भी नई जारी की गई मुदाओं की असलियत को लेकर आश्वस्त नहीं हो पायी है। पिछले वर्ष नवंबर में दो हजार के नोट जारी होने के बाद कुछ ही दिनों में नकली दो हजार के नोट बाजार में पाए गए थे। लगातार छापेमारी में जगह-जगह से दो हजार के करोड़ों नोट बरामद हुए थे, उसमें से ज्यादातर नोटों के नकली होने की जानकारी सूत्रों से मिली है।
सरकार के सूत्र दावा करते हैं कि दो हजार के ज्यादातर नकली नोट जब्त कर लिए गए हैं और सरकार लगातार बैंकों और बाजार पर निगरानी बनाए हुए है। बैंकों में आज भी बंद एक हजार और पाँच सौ के नोट की असलियत पहचानने की सूचनाएं चस्पां मिल जाती है लेकिन नई मुद्राओं के बारे में सूचना नदारद है।
हालाँकि रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की ओर से भी जाली मुद्राओं की पहचान के लिए मुहिम चलाई जाती है, लेकिन इस बार नई मुद्राएं जारी होने के दो महीने बाद भी रिज़र्व बैंक की तरफ से कोई सूचना अभी तक जाहिर नहीं हुई है।
इन हालात में नागरिकों के पास जो नोट है, उसे ही असली मानने के अलावा और कोई चारा नहीं है।
