नागपुर : आगामी 15 अक्टूबर को होने वाले आम चुनाव में विधानसभा क्षेत्र में एक भी प्रत्याशी उनका प्रतिनिधि बनने लायक है क्या? नोटा के जन्मदाता, क्रांतिकारी मनुवादी मोर्चा पार्टी के अध्यक्ष व आरक्षण समाप्ति अभियान के संयोजक आर.के. भारद्धाज ने कहा. भारद्धाज के अनुसार किसी नेता में भी उनके क्षेत्र तक पहुचाने की सोच, समझ व क्षमता है या उनके क्षेत्र, प्रदेश व देश को भ्रष्टाचार, अराजकता व अव्यवस्था के गड्ढे में गिराने वाले है. अर्थात विभिन्न क्षेत्रवासियों (जहा एक भी प्रत्याशी सही न हो ) की इन एक थैली के चट्टे-बट्टे में से किसी भी चाटुकार प्रवृति, लालच, अपराधिक छवि वाले, आयोग्य या नाकारा को वोट देने की मज़बूरी न हो. सोचो, विचार करो और निर्णय लो केवल वोटिंग मशीन के आखरी बटन यानि नोटा दबाकर अपनी नाराजगी जाहिर करे तथा रद्द करवाकर भविष्य में आदर्श उम्मीदवारों के चयन का मार्ग प्रश्न करे. इस चुनाव में नोटा की जीत आपकी जीत होगी व नोटा की हार आपकी हार होगी. किसी दल के भंवर में न फसे व प्रत्याशियों को केवल गुणवत्ता की कसौटी पर परखे और चुनाव सुधार के इतिहास में अपना व क्षेत्र का स्थान कायम करे.
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