Published On : Fri, Jan 4th, 2019

दक्षिण नागपुर में जनता का विधायक चुनने के लिए शुरू है सर्वे, जिनके नाम का हो रहा इस्तेमाल उन्हें जानकारी नहीं

नागपुर: शहर में इन दिनों एक सर्वे मोबाईल फ़ोन में घूम रहा है। किसी स्ट्रैपोल नामक वेबसाईट के माध्यम से कराये जा रहे इस सर्वे में 2019 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए दक्षिण नागपुर की विधानसभा सीट से कौन विधायक हो इस पर लोगो के वोट माँगे जा रहे है। ख़ास है कि इस सर्वे की जानकारी न तो पार्टी के पास है और न ही जिन नेताओं के नाम से सर्वे हो रहा है उन्हें इसकी भनक है। इस सीट में मौजूदा विधायक है सुधाकर कोहले जो शहर अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाल रहे है। कोहले केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी के खास है पहली बार विधायक बने पार्टी ने उन्हें शहर के संगठन को संभालने की अहम जिम्मेदारी सौंपी है। यह सर्वे भाजपा दक्षिण नागपुर के नाम से किया जा रहा है लेकिन बकौल शहराध्यक्ष उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं यह सर्वे कौन करा रहा है इसका क्या उद्देश्य है इस बारे में उनसे पूछने पर उन्होंने कहाँ कि इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

बीजेपी और सर्वे का पुराना नाता है। बीते दिनों राज्य में विधयकों-सांसदों के कामकाज पर जनता की प्रतिक्रिया एकत्रित कराने वाले सर्वे की राज्य भर में जमकर चर्चा हुई। इसलिए यह सर्वे सच है,बोगस है या फिर कोई पार्टी का ही नेता जिसे उम्मीदवारी हासिल करने के लिए अपनी लोकप्रियता का आकलन करना हो या फिर टिकिट हासिल करने के समय पार्टी पर दबाव बनाने के लिए इसका इसका इस्तेमाल करना हो वह यह सर्वे करा रहा है यह पता नहीं।

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सर्वे में चार नामों में से एक नाम चुनने का ऑप्शन है ये चार नाम है
– सुधाकर कोहले
– मोहन मते
– आशीष वांदिले
– रविंद्र भोयर

सुधाकर कोहले मौजूदा विधायक है ऐसे में उनकी दावेदारी मजबूत होगी इसमें कोई संशय नहीं,इस लिस्ट में शामिल मोहन मते इसी क्षेत्र के पूर्व विधायक रहे है टिकिट की कामना वह भी रखते है। तीसरा नाम है आशीष वांदिले का जो पार्टी के पदाधिकारी है और चौथा नाम है रविंद्र भोयर का,भोयर मौजूदा समय में नगरसेवक है और पार्टी द्वारा मौका देने पर चुनाव लड़ने की मंशा रखते है।

मोबाईल फ़ोन पर लिंक भेजकर कराये जा रहे इस सर्वे पर नागपुर टुडे ने कोहले के साथ मते की भी प्रतिक्रिया ली। मते ने बताया कि ऐसा कोई सर्वे शुरू है उसकी जानकारी उन्हें नहीं है। पर संभावना है कि जो नाम इसमें शामिल हो वह इसे करा रहे हो ताकी उन्हें उनकी लोकप्रियता का अंदाजा उन्हें लग जाये। मगर उन्होंने साफ किया की इस सर्वे से उनका कोई लेना देना नहीं वह तो पहली बार सुन रहे है कि ऐसा कोई सर्वे शुरू भी है।

बहरहाल मते को सर्वे की जानकारी भले न हो लेकिन वेबसाईट पर वोट के ऑप्शन के साथ अब तक किये गए वोट के रिजल्ट को देखने का भी ऑप्शन आता है। शुक्रवार शाम 6 बजकर 4 मिनट तक रिजल्ट देखने पर जो आकंड़े वोट के प्रस्तुत होते है उसके मुताबिक टॉप पर मोहन मते चल रहे है कुल 385 वोट में से उन्हें 263 वोट मिले है यानि की 68.31%,दूसरे नंबर पर है मौजूदा विधायक सुधाकर कोहले जिनके शहराध्यक्ष होने के बाद इतनी भी लोकप्रियता नहीं है कि वह मते को मिले वोट के 50 फीसदी आंकड़े को भी हासिल कर सके उन्हें 99 वोट मिले है और प्रतिशत का उनका शेयरिंग है 25.71 फीसदी,तीसरे नंबर पर है रविंद्र भोयर जिनकी हालत तो सर्वे में और ख़राब है मात्र 15 वोट लेकर उन्हें कुल मतदान का 3.9 % हिस्सा ही मिला है। आशीष वांदिले अपेक्षा में मुताबिक सबसे नीचे है उन्हें 8 वोट यानि की 2.08 प्रतिशत की शेयरिंग मिली है। फेसबुक के माध्यम से वेबसाईट को प्राप्त कमेंट में मोहन मते कुछ ज्यादा ही लोकप्रिय है कुल 11 कमेंट में किसी ने भी किसी अन्य नेता का नाम भी नहीं लिया है।

वही इस मतदान पर पार्टी की आधिकारिक प्रतिक्रिया देते हुए प्रवक्ता चंदन गोस्वामी ने इसे बोगस सर्वे बताया उनके मुताबिक पार्टी इस तरह का कोई सर्वे न तो करवाती है और न ही करवा रही है। यह सर्वे कौन और किस उद्देश्य से कर रहा है इसकी कोई सूचना न तो पार्टी के पास है और न ही उनके पास है।

सर्वे शुरू है जिसकी भनक तक भी पार्टी को नहीं है। जिनके नाम से यह सर्वे शुरू है उन्हें भी इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन इस सर्वे को देखकर इसे किसी नेता या उसके कार्यकर्त्ता द्वारा राजनीतिक हथकंडे की तरह इस्तेमाल करने का आभास होता है। अब जो यह कर रहा है उसे भविष्य में फायदा होगा या नुकसान ये पार्टी ही तय करेगी।

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