Published On : Tue, Aug 8th, 2017

नहीं चला ट्रैफिक का फरमान, वापस आए आधे से ज्यादा ई-चालान

Advertisement

DCP (Traffic) Ravindrasingh Pardeshi

नागपुर: नागपुर यातायात विभाग को ई-चालान वसूली में मुंह की खानी पड़ी है जिससे वसूली पर खासा असर पड़ा है। ग्यारह माह की ई-चालान व्यवस्था में 52 प्रतिशत वाहन चालकों ने चालान भरने की व्यवस्था को प्रतिसाद नहीं दिया। यही वजह है कि पिछले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए अब पुलिस विभाग दोबारा स्पॉट चालान की ओर रु ख कर रही है। इस बार स्पॉट चालान भी कैशलेस सिस्टम में चलाया जा रहा है।

गौरतलब है कि चालान व्यवस्था को पूरी तरह से कैशलेस सिस्टम में बदलने के लिए ई-चालान की पहल पुलिस विभाग ने शुरू की, लेकिन नियमों को तोड़नेवाले वाहन चालक इस ई-चालान को गंभीरता से लेते दिखाई नहीं दे रहे हैं।

विभाग को जोर का झटका
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 6 अक्टूबर 2016 से 31 जून 2017 तक अर्थात 9 महीनों में 2 लाख 45 हजार 219 ई-चालान अब तक भेजे जा चुके हैं। लेकिन इसमें से खुद होकर चालान भरनेवालों की संख्या मात्र 1 लाख 18 हजार 556 है। यह चालान पोस्ट आॅफिस और बैंकों में भरे जाते हैं। इन चालानों से दंड स्वरूप 9 माह में 4 करोड़ 20 लाख 51 हजार 796 रु पए की वसूली हो चुकी है। अर्थात औसतन हर माह 46 लाख रु पए और औसतन प्रति व्यक्ति 350 रु पए की दंड वसूली विभाग ने की है। लेकिन अगर नियमों पर सही ढंग से चलते हुए लोगों ने समय पर प्रतिसाद दिया होता तो विभाग को औसत दंड राशि 350 के लिहाज से करीब 8.56 करोड़ रु पए की वसूली हो सकती थी।

Gold Rate
20 May 2025
Gold 24 KT 93,400/-
Gold 22 KT 86,900/-
Silver/Kg 95,700/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

भरोसा अब भी बरकरार!
नागपुर टुडे से चर्चा के दौरान ट्रैफिक डीसीपी रविन्द्रसिंग परदेसी ने कहा कि पुलिस विभाग जरूरत के हिसाब से नए नए उपक्र म करते रहता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य स्पष्ट है कि लोगो में जनजागृति होनी चाहिए। वाहन चालाक को ट्रैफिक नियमो का पालन करना चाहिए। यह अभियान कामयाब होगा, हमको काफी भरोसा है।

अब और होगी सख्ती…
बता दें कि ई-चालान की व्यवस्था 6 अक्टूबर 2016 को शुरू हुई थी। पहले पहल इसे लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन जब लोगों के घर बैठे चलान की कॉपियां पहुंचनी शुरू हुर्इं तो लोगों ने नियमों को तुरंत गंभीरता से अपनाना शुरू किया। लेकिन कुछ ही दिन में ई-चालान को लेकर गंभीरता खत्म होने लगी। अब विभाग ई-चालान को गंभीरता से न लेनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के मूड में है। प्रतिसाद न देनेवालों के खिलाफ अदालत से समन भिजवाने से लेकर उन पर अन्य बंदिशें लगाने की भी तैयारियां की जा रही हैं। उन्हें डिफॉल्टर सूची में भी शामिल करने की भी योजना है।

स्पॉट चालान पर विचार
वैसे भी फोटो ई-चालान में केवल चार तरह के दंडों का प्रावधान है। जिसमें हेलमेट न पहनने, सिग्नल में स्टॉप लाइन से बाहर खड़े होने पर, नंबर प्लेट की गड़बड़ी और ट्रिपल सीट पाए जाने पर कार्रवाई का विकल्प था। लेकिन स्पॉट चालान में हर तरह के दंड प्रावधानों का विकल्प है। ऐसे में अब मोबाइल फोटो लेकर ई-चालान को भेजने की कार्रवाइयों में कमी देखी जा रही है।

—रविकांत कांबले

Advertisement
Advertisement
Advertisement