Published On : Mon, Sep 24th, 2018

हंगामें के बीच बहुमत के आधार पर सारे विषय मंजूर

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नागपुर: आज मनपा की स्थगित आमसभा महल के टाउनहॉल में ली गई गई, जो तय समय से आधा घंटा देरी से शुरू हुआ. .इस सभा में महापौर के इस्तीफा को लेकर ज़ोरदार हंगामा होता रहा. इसी बीच तय रणनीति के तहत सत्तापक्ष ने विषय पत्रिका में शामिल सभी विषयों को बहुमत के आधार पर मंजूरी प्रदान कर दिया. जिसमें कांग्रेस के विवादास्पद नगरसेवक बंटी शेलके पर उनके द्वारा किए गए कारनामें पर सभागृह ने राज्य सरकार से अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए सिफारिश की.

तय कार्यक्रम के अनुसार आमसभा ११ बजे शुरू होना था, लेकिन यह सुबह ११ से लेकर ११.३० बजे तक सिर्फ सत्तापक्ष नेता संदीप जोशी, विपक्ष नेता तानाजी वनवे और भाजपा की वरिष्ठ नगरसेविका श्रीमती चेतना राजू टांक,कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक किशोर जिचकर,बसपा नगरसेवक इब्राहिम,परसराम मानवटकर आदि ही उपस्थित थे.

आमसभा के काम की शुरुआत होते ही विपक्ष नेता तानाजी वनवे ने महापौर के विदेश यात्रा पर अपने बेटे को निजी सहायक के रूप ले जाने का मामले उठाते हुए उन पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए इस्तीफा की मांग की.

इनकी मांग पर ध्यान न देते हुए महापौर ने प्रश्नोत्तर काल की शुरुआत सत्तापक्ष नेता संदीप जोशी के सिफारिश पर की थी.

कांग्रेस नगरसेवक संदीप सहारे ने राज्य सरकार के अध्यादेश के खिलाफ अनुसूचित जाति के २ कर्मियों को सेवा से महरूम करने का सवाल उठाया. जिसके जवाब में उपायुक्त नितिन कापड़णीस ने जवाब दिया कि उन्हें अध्यादेश आने के पूर्व निलंबित किया था,बाद में अध्यादेश जारी होने के बाद पुनः सेवा ने ले लिया गया. शेष कर्मी जिन्होंने जाति प्रमाणपत्र जमा नहीं करवाए उन पर नियमानुसार कार्रवाई जारी है.

आईआरडीपी सड़क वर्ष २००२ में आईआरडीपी सड़क के दोनों किनारे बनाये गए, नाले जाम होने से पानी जमा ही नहीं हो रहा बल्कि जमा पानी से डेंगू पनप रहे हैं. इस मुद्दे को विपक्ष नेता ने प्रश्न काल के दौरान उठाया. जिस पर महापौर ने निर्देश दिया कि इस मामले पर आयुक्त स्वयं निरीक्षण कर उपाय योजना बताएं और दोषी प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई करें. सड़क किनारे नाली के उतार-चढ़ाव का अध्ययन कर जहां जरूरत हो वहीं ‘स्ट्रांग ड्रेन’ का निर्माण किया जाए.

अधिवक्ता धर्मपाल मेश्राम ने किशोर एजेंसी और यूनिटी सिक्योरिटी फ़ोर्स को सुरक्षा रक्षक आपूर्ति के लिए दिए गए ठेके में धांधली का मामला उठाया. इन्होने संगीन आरोप जड़ते हुए ठेकेदार,मनपा प्रशासन और सहायक लेबर कमिश्नर की इस मामले में मिलीभगत होने की जानकारी दी. मेश्राम ने इस मामले की जाँच के लिए सत्तापक्ष नेता के नेतृत्व वाली समिति का गठन कर जाँच करवाने की मांग की. लेकिन इनकी मांग को ठुकराते हुए महापौर ने इस मामले में आयुक्त को उच्च स्तरीय जाँच करने और १५ दिनों के मध्य जाँच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया.

इसके बाद भाजपा की नगरसेविका दिव्या धुरडे ने अपने प्रभाग का मामला उठाते हुए जानकारी दी कि पूर्व स्थाई समिति सभापति संदीप जाधव द्वारा निधि देने के बावजूद एक साल से अधिक समय तक प्रशासन ने प्रस्ताव को ठन्डे बस्ते में डाल दिया।जब वे इसका जवाब महापौर के मार्फ़त प्रशासन से मांगना चाही तो महापौर ने उसे जबरन बैठा दिया.

इसके बाद कामकाज सुचारु रूप से जारी था कि मध्य नागपुर की कांग्रेस की ३ नगरसेविकाओं ने महापौर के खिलाफत अंकित बड़े बड़े बैनर लेकर सभागृह में बिंदास प्रवेश की.जिसका सत्तापक्ष नेता ने विरोध करते हुए महापौर से वे सभी बैनर बाहर करवाने की मांग की थी कि सत्तापक्ष महापौर पक्ष में तो विपक्ष ने महापौर के विरोध में दोनों तरफ से हंगामा शुरू हुआ.मामला को शांत होता देख सत्तापक्ष नेता जोशी ने सभागृह का कामकाज १० मिनट के लिए स्थगित करने की मांग की,जीके बाद महापौर ने कामकाज १० मिनट के लिए स्थगित कर दिया.

लगभग आधे घंटे के बाद पुनः कामकाज शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया,इसी बीच सत्तापक्ष नेता और पूर्व महापौर की मांग पर महापौर ने एक के बाद एक सभी विषयों को बहुमत के आधार पर मंजूरी प्रदान कर दी.

जिसमें कांग्रेस नगरसेवक बंटी शेलके के कारनामों के लिए उस पर राज्य सरकार से अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की. इसके पूर्व महीनों से प्रलंबित दुर्बल घटक समिति के सदस्यों की घोषणा की गई. जिसमें भाजपा के हरीश डिकोंडवार,कुमरे,पाटिल,भगत,अमर बागड़े,पारवे,सोनकुसरे,रारोकार कांग्रेस से नेहा निकोसे,परसराम मानवटकर और बसपा से वैशाली नारनवरे के नामों की घोषणा की.

उल्लेखनीय यह है कि आज की आमसभा में हंगामा प्रायोजित सा महसूस हो रहा था. एक तरफ महापौर का विरोध तो दूसरी तरफ बंटी शेलके पर अनुशासनात्मक कार्रवाई किया जाना सत्तापक्ष की रणनीति का अहम हिस्सा था.