Published On : Tue, Jun 18th, 2019

शहर से अमूमन ग्रीन बस गायब,प्रशासन ने किया हाथ खड़े

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मनपा परिवहन व्यवस्थापक शिवाजी जगताप ने कहा हमारे अधिनस्त नहीं था स्कानिया

नागपुर – केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सपनों का प्रकल्प अर्थात इथेनॉल से चलने वाली ग्रीन बस को मनपा प्रशासन सह परिवहन विभाग चलाने के साथ संभाल नहीं सकी। जिसके कारण स्कानिया ने पिछले 10 माह से ग्रीन बस बंद कर दिया और पिछले 3 दिन पूर्व बिना मनपा को सूचना दिए अमूमन सभी बसें बैंग्लोर भेज दी गई। अर्थात मनपा के निष्क्रियता के कारण ग्रीन बस का नागपुर में भविष्य समाप्त तो हो ही गया और साथ ही गडकरी का सपना भी चूर चूर हो गया।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार कल सोमवार की रात मनपा प्रशासन और पदाधिकारी को जानकारी मिली कि नागपुर शहर के लिए लाई गई 30 ग्रीन बसें में से 29 बस बंगलौर भेज दिया गया। हिंगणा एमआईडीसी स्थित स्कानिया के बस डिपो में एकमात्र बस खड़ी है। मनपा पदाधिकारी की पहल पर उस एक बस की निगरानी कल रात से मनपा के सुरक्षा कर्मी कर रहे हैं।

स्कानिया द्वारा बिना जानकारी में दिए ग्रीन बसें बंगलोर भेजने के सवाल पर जगताप ने कहा कि स्कानिया से मनपा का ठोस करार नही था। इसलिए बसें उनके ही कब्जे में थे। मनपा से भी उनका संपर्क नही के बराबर था। इसलिए बंगलोर रवाना हुई 29 ग्रीन बसों की उन्हें जानकारी नहीं मिली। कल एक सूत्र द्वारा जानकारी मिली,यह कहकर ज्वंलत सवाल टाल गए।

बाद में जानकारी मिली कि बसों के गायब होने की जानकारी परिवहन सभापति बंटी कुकडे को मिली तो उन्होंने जगताप,आयुक्त बांगर,प्रभारी वित्त अधिकारी कपडनीस,सामान्य प्रशासन विभाग प्रमुख धमेचा को दी। तब जाकर मनपा प्रशासन कार्रवाई करने का आश्वासन देकर अपना दामन बचाते फिर रहे।

याद रहे कि ग्रीन बस शुरू करने का श्रेय गडकरी को था,बंद होने के बाद नागपुर,दिल्ली में आधा दर्जन दफे उच्च स्तरीय बैठक लेकर पुनः शुरू करने की कोशिश उन्होंने की। लेकिन मनपा की निष्क्रियता के कारण शुरू नहीं हो पाई।

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