Published On : Thu, Jan 30th, 2020

४५० मनपा कर्मी VRS लेने को तैयार

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– ७वां वेतन आयोग लागु होते दौर शुरू हो जाएगा

नागपुर : एक कर्मी और २ से ४ जिम्मेदारी संभालने के साथ अतिरिक्त सरदर्दी से त्रस्त हो चुके हैं। इस क्रम में सैकड़ों कर्मी सिर्फ ७वां वेतन आयोग की सिफारिश अनुसार वेतन लागु होने की राह तक रहे,जैसे ही अध्यादेश जारी हुआ कि मनपा में एक और भूकंप आ जाएगा,लगभग ४५० कर्मी VRS के लिए आवेदन करने का क्रम शुरू कर देंगे।

एक पूर्व अधिकारी अनुसार २९ जनवरी को नागपुर मनपा में बतौर आयुक्त तुकाराम मुंढे के तैनात होते ही अजीब सा सन्नाटा महसूस किया जा रहा.खासकर मनपा मुख्यालय बेलगाम आला अधिकारी से लेकर निम्न श्रेणी के कर्मी सकते में हैं.अपनी-अपनी जिम्मेदारी के प्रति ऐसी तत्परता कभी मनपा में देखने को नहीं मिली।जवाबदेही के मामले में विभाग कोई भी क्यों न हो अधिकारी-कर्मी के हिसाब से सिस्टम थी.लेकिन पिछले ३ दिन में एकदम से पासा पलट गया.

आयुक्त मुंढे के कार्यशैली विभाग प्रमुखों की क्लास,विभागों का सूक्ष्म निरिक्षण व सम्बंधित कर्मियों से और उनके कार्यशैली-जिम्मेदारियों से रु-ब-रु होना,रोजाना जनता दरबार आदि आदि से सम्पूर्ण मनपा सहम गया,वे खासकर जिनकी राजशाही ठाठ अबतक चला करती थी.

यह भी कड़वा सत्य हैं कि मनपा की जरूरतानुसार आधे कर्मी/अधिकारी कार्यरत हैं.इनमें से खाकी-खादी धारियों के शह पर मनपसंद विभाग सह अन्य दोहरी-तिहरी लाभ उठा रहे हैं.इसके साथ ही बड़ी संख्या में अधिकारी/कर्मी क्यूंकि कर्मठ हैं या फिर कोई ‘आका’ नहीं इसलिए एक वेतन पर या फिर मामूली बढ़ोतरी पर वर्षों से ‘खट’ रहे और इन्हें ही अन्य अतिरिक्त काम भी सौंपा जा रहा.खासकर ऐसे कर्मी/अधिकारी और इनमें से जो सेवानिवृत्ति के मुहाने पर खड़े हैं,वे मुंढे जैसे कड़क अधिकारी के कार्यकाल में और अतिरिक्त जिम्मेदारी लेने या उनकी काम को लेकर फटकार सुनने के मूड में नहीं हैं.

ऐसे सैकड़ों कर्मी सिर्फ और सिर्फ ७वां वेतन आयोग की सिफारिश लागु होने की बेसब्री से राह तक रहे,जिसे ही मनपा प्रशासन या नगर विकास विभाग का अध्यादेश मनपा पहुंचा कि VRS लेने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।

आयुक्त का सहायक पूर्व आयुक्तों का वाहन चालक ?
२९ जनवरी को नए आयुक्त मुंढे ने नागपुर मनपा में पदभार स्वीकारा।इसके बाद अधिकारियों की अल्प बैठक के बाद जब वे मेट्रो रेल के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने वाहन की में बैठे तो कोई और उनका वाहन चलाते देखा गया.इस सन्दर्भ में पूर्व आयुक्तों के वाहन चालक रहे कर्मी भी वहां मौजूद थे,उसी ने अपने सहकर्मियों को जानकारी दी कि वे वर्त्तमान में नए आयुक्त के सहायक नियुक्त किये गए.

नागपुर मनपा के बारे में पुरानी कहावत हैं कि नागपुर मनपा में नियम से ज्यादा परंपरा के तहत संचलन होता हैं.मनपा मुख्यालय में ही इस कर्मी के कारनामों की चर्चा जोरशोर पर शुरू हैं,बावजूद इसके सामान्य प्रशासन विभाग ने किसके निर्देश पर अनोखा कार्य किया समझ से परे हैं.यह भी सत्य हैं कि आयुक्त के सहायक का पद भी वर्षों से रिक्त हैं। अब सवाल यह हैं कि क्या इस मामले की भनक आयुक्त को हैं ?