Published On : Wed, Nov 29th, 2017

मनपा : डीपीसी चुनाव में भाजपा ने जीती 19 में से 18 सीटें

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Representational Pic

नागपुर: जिला नियोजन समिति की 19 सीटों के लिए मंगलवार को मतदान हुआ। जिसमें बसपा तटस्थता की भूमिका में रही। बुधवार को हुई मतगणना में भाजपा को कुल 18 व कांग्रेस को 1 सीट जीतने में सफलता मिली। कभी शहर के लिए अलग डीपीसी की मांग पूर्व महापौर प्रवीण दटके ने की थी, तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी। आज इस मांग को कायम रखा जाता तो शहर के लिए अलग डीसीपी का गठन हो सकता था,क्योंकि राज्य में भाजपा की सरकार है। लेकिन भाजपाई पालकमंत्री के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत मनपा पदाधिकारी नहीं कर सके। वैसे भी डीपीसी नाम की होती हैं, पालकमंत्री जो भी राहत है या तो अपने या फिर नागपुर ग्रामीण में ज्यादा ध्यान देता है। शहर के हिस्से में अल्प निधि आना इतिहास है।

भाजपा से जीतने वालों में स्वाति आखतकर, स्नेहल बिहारे, विशाखा मोहोड़, बाल्या बोरकर, जगदीश ग्वालवंशी, हरीश दिकोंडवार, रवीन्द्र भोयर, शेषराव गोतमारे, संजय बालपांडे, सुनील हिरणवार, यशश्री नन्दनवार, निरंजना पाटिल, वंदना भगत, कांग्रेस की जिशान मुमताज़ अंसारी विजयी हुए। कल मतदान पूर्व भाजपा के 6 उम्मीदवार निर्विरोध चुने जा चुके थे। इसलिए शेष सीटों के लिए कल मतदान हुआ। बुधवार सुबह 10 बजे बचत भवन जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में मतगणना शुरू हुई। मत गणना समाप्ति के बाद भाजपा के अधिकांश उम्मीदवारों को जीत दर्ज करने में सफलता मिली।

निर्विरोध चुने जाने वालों में भाजपा के उम्मीदवार धर्मपाल मेश्राम, विजय चुटेले, पल्लवी शामकुले, मनीष धावड़े, वंदना यंगटवार, गोपीचंद कुमरे का समावेश है। उल्लेखनीय है कि बसपा ने कोशिश की थी कि नई परंपरा की शुरुआत कर कांग्रेस के दोनों गुट व बसपा मिलकर चुनाव में उतरते लेकिन बसपा के पहल को इसलिए सफलता नहीं मिली क्योंकि कांग्रेस के नगरसेवक के गुटों में विभक्त है। जिन्हें एक करने के लिए कोई कांग्रेसी सक्षम नहीं है। खैर बसपा के तटस्थ रहने से चुनाव लड़ रहे पक्षों में से किसी न किसी को फायदा जरूर हुआ है। चुनाव हारने वालों में जुल्फेकार भुट्टो, बंटी शेलके, मनोज संगोले, कमलेश चौधरी, नितिन सठवाणे, भावना लोणारे, आशा उईके आदि का समावेश है।