नागपुर: एनआईसी की लापरवाही के कारण एक बच्चे की स्कुल की दुरी 800 मीटर होने के बाद भी 10 किलोमीटर दिखाया गया. गूगल मैपिंग में स्कुल ने प्रवेश देने से इंकार कर दिया था. लेकिन जब आरटीई द्वारा गठित समाधान केंद्र ने दुरी के बारे में स्कुल को जानकारी हासिल करने के आदेश दिए तो मामला सुलझा. एनआईसी की लापरवाही के बारे में समय समय पर आरटीई एक्शन कमेटी की ओर से दखल ली गई है. कमेटी ने इसकी शिकायत कई बार की भी है. इस पुरे मामले में गायत्री विद्या मंदिर के प्रिंसिपल के प्रमाणपत्र के अनुसार बच्चे को एडमिशन दिया गया. एनआईसी को लेकर आरटीई एक्शन कमेटी ने राष्ट्रीय बाल हक्क आयोग के अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा सचिव को ज्ञापन भी दिया है. इस मामले में स्कुल की प्रिंसिपल ने भी गलत दुरी दिखाने को लेकर शिक्षणाधिकारी को पत्र दिया है
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