नागपुर: शिक्षा के अधिकार (आरटीई) पर बनी नेशनल एडवाइजरी काउंसिल ने सिफारिश की है कि सभी प्राइवेट स्कूलों की ग्रेडिंग की जाए, ताकि अभिभावकों को पता चल सके कि किस स्कूल का बुनियादी ढांचा कैसा है. इसके अलावा सभी प्राइवेट स्कूलों में पैरंट्स टीचर असोसिएशन (पीटीए) बनाना भी जरूरी किया जाए.
नेशनल एडवाइजरी काउंसिल के साथ चाइल्ड राइट्स बॉडी नैशनल कमिशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (एनसीपीसीआर) ने कंसल्टेशन मीटिंग की. इसमें कई विशेषज्ञ भी शामिल रहे. अब अडवाइजरी काउंसिल ने अपनी सिफारिशें एचआरडी मिनिस्ट्री(मानव संसाधन विकास मंत्रालय) को भेजी है.
काउंसिल ने सिफारिश की है कि हर स्कूल में पूर्व छात्रों का एक संगठन बनाया जाए और इस संगठन के प्रतिनिधि भी स्कूल की प्रबंधन समिति में शामिल हों. काउंसिल का कहना है कि स्कूल प्रबंधन समिति का काम बहुत अहम है. यह स्कूल के कामों की निगरानी करती है, स्कूल की विकास योजना तैयार करने में मदद करती है. साथ ही फंड के उपयोग की निगरानी भी करती है. इसलिए इस समिति में एक्सपर्ट होना जरूरी होना चाहिए .