Published On : Mon, Sep 11th, 2017

मुख्यमंत्री के शहर में पुलिस हुई बेलगाम

Advertisement

Dayashankar Tiwari and Vaibhav Dixit
नागपुर:
राज्य से लेकर केंद्र में भाजपा की सरकार है. राज्य के मुख्यमंत्री शहर के ही हैं, बावजूद इसके शहर में आपराधिक गतिविधियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कल रात लगभग 11 बजे घाट रोड स्थित इरोज मोटर के सामने गणेशपेठ यातायात विभाग की पुलिस ने नशे में धुत एक बाइक सवार युवक के सिर पर एक नहीं बल्कि दो बार प्रहार कर सिर फोड़ दिया और वहां से फरार हो गए. जब मामले के दोषी पुलिस कर्मी किशोर राजेश जाधव पर कार्रवाई करने के लिए भाजपा नेता ने दबाव बनाया तो उनके द्वारा कहे गए अपशब्द पर मामला दर्ज करने की धमकी दिए जाने की बात पत्र परिषद् में दयाशंकर तिवारी ने दी. शहर के भाजपा नेता दयाशंकर तिवारी, शहर भाजपा महामंत्री संदीप जोशी, पूर्व महापौर प्रवीण दटके ने इस घटना के दोषी पुलिस कर्मी किशोर जाधव व उसके संरक्षक ड्यूटी अफसर कांडेकर को निलंबित करने की मांग की है.

तिवारी ने पत्र परिषद में जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को मध्य नागपुर के निवासी कानून की पढाई करने वाले वैभव दीक्षित और उनका साथी आदित्य ठाकुर अपने साथी का सामान लौटाने के लिए मेडिकल चौक जा रहे थे. पैसे निकालने के लिए वे एटीएम के लिए अगले मोड़ से पलट गए. एटीएम की तरफ जाते समय पीछे से पुलिसकर्मी किशोर जाधव ने आवाज दी और बिना कुछ पूछे लाठी घुमाई. एक बार नहीं बल्कि दो बार लाठी से सिर पर वार किए जान से सिर फट गया और खूब खून निकलने लगा. खून निकलता देख वहां उपस्थित पुलिस वाले ने अपने बचाव के लिए उन्हें घटनस्थल से भागने का निर्देश दिया. जब उन्होंने अपने परिजनों को घटनास्थल पर बुलाने की बात कही तो उक्त पुलिस वाले तमतमा गए.

तिवारी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि दीक्षित का सिर फटने से काफी खून बह रहा था. इसी बीच उनका भाई घटनास्थल पर पहुंच गया. इस बीच पुलिस वाले भाग गए और सभी गणेशपेठ थाने पहुंच गए. पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज करवाने का प्रयास करने लगे. इस दौरान भाजपा नेता दयाशंकर तिवारी थाने पहुंचे. पुलिसिया रुख से खफा होकर तिवारी ने पुलिस से कुछ अपशब्द कहे. जिसका तय रणनीति के हिसाब से महिला पुलिस कर्मी उर्मिला ने वीडियो बना लिया.

तिवारी ने जब उन दोषी पुलिस कर्मियों की मेडिकल जांच कराने की मांग की तो तो तैनात ड्यूटी अफसर कांडेकर ने तिवारी को धमकाया कि उनके द्वारा कहे गए अपशब्द के आधार पर उन पर भी मामला दर्ज करना होगा. इसके बाद जैसे-तैसे समय काट आरोपी पुलिस किशोर जाधव की मेडिकल जांच की गई. उसकी जांच में अल्कोहल पाया गया. इसके बाद तिवारी और वैभव के समर्थन में थाने में जमा हुजूम उक्त पुलिस कर्मी पर कार्रवाई की मांग करने लगा. दूसरी ओर वैभव को रात भर मेयो अस्पताल में रखा गया. आज सुबह छुट्टी दी गई. गणेशपेठ पुलिस ने आज सुबह अपने दोषी पुलिसकर्मी के बचाव में तिवारी के अपशब्द भरे बयान वाले वीडियो को वाइरल कर उन्हें बदनाम और मामले को दबाने की कोशिश करने का प्रयास किया गया. इस घटनाक्रम में तिवारी ने दोषी पुलिस कर्मी और उसके संरक्षक ड्यूटी अफसर कांडेकर को निलंबित करने की मांग राज्य के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और शहर पुलिस आयुक्त से की है. उल्लेखनीय यह है कि जब सत्ताधारी नेताओं की नागपुर शहर में यह दशा है तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम जनता पुलिसिया झंझट में कैसे पिस रही होगी.