कोराडी (नागपुर)। नागपुर जिले के 17 गांव में पिने के पानी की समस्या को देखते हुए 232.74 करोड़ की नागपुर जिला अंतर्गत बेसा-बेलतरोड़ी यहां के नागरिकों बड़ी सहुलत उपलब्ध हुई है. यह योजना मुंबई-भाईंदर के तर्ज पर शुरू की गई है. बेसा-बेलतरोड़ी के परिसर में बड़ी-बड़ी फ्लैट स्किम तैयार हुयी है. काफी परिवार यहां रहने आए है. यह ग्राम होने से यहां के अधिकारी अपनी मर्यादा में सिमित है. यहां की आबादी 23 हजार है. इस क्षेत्र के बिल्डर्स ने 400-500 फुट तक बोरवेल का गड्ढा कर लिया लेकिन पानी का कही पता नही. इस बार कम बारिश के चलते बेसा-बेलतरोड़ी में पानी की किल्लत है. कभी-कभी निजी टैंकर्स बुलाने पड़ते है. इस क्षेत्र से वि.चंद्रशेखर बावनकुले ने बेसा-बेलतरोड़ी के अंतर्गत 10 गांवों के लिए राष्ट्रिय पेयजल योजना अंतर्गत नागपुर पेरी अर्बन प्रादेशिक योजना मंजुर की है. इस वजह से क्षेत्र के नागरिकों को बड़ी सहायता मिली है. इसके किये 232.74 करोड़ की निधि सरकार की ओर से मंजूर हुई है.
इस योजना की जिम्मेदारी शासन ने महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के पास सौंपी है और जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा.
उक्त योजना में बेसा-बेलतरोड़ी, घोगली, शंकरपुर, पेवठा, हुडकेश्वर(खु), खरबी, बहादुरा, गोण्हीसिम, कापसी गांव का समावेश है. इस गांव की आबादी सन 2023 तक 1,35,180 तक बढ़ेंगी. इस दौरान महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण तेलंगखेडी नागपुर के सभागृह में वि. बावनकुले ने अधिकारियों की सभा ली थी. सभी गांव के सरपंच, उपसरपंच, ग्राम पं.सदस्य, ग्रामविकास अधिकारी और उच्चस्तरीय अभियंता को डिस्प्ले के माध्यम से योजना का प्रारूप समझाया गया.
योजना का प्रारूप
पानी का स्त्रोत वडगांव लोभर वेना प्रोजेक्ट से शुरू होगा. 9 अक्टूबर 2012 को जलसंपदा विभाग ने उक्त योजना के लिए 15 दस लाख घनमीटर पानी के आरक्षण के लिए मंजूरी दी थी.
-10 गांव के नागरिकों को इस योजना के लिए दरडोई खर्च 5,348 रुपये आएगा ऐसी खर्च में प्रावधान है.
– सन 2014-15 इस वर्ष के लिए 25 करोड़ मंजूर
– सन 2014-15 वर्तमान खर्च के लिए 16.67 करोड़
– सन 2015-16 के लिए प्रस्तावित खर्च 150 करोड़
– सन 2016-17 के लिए प्रस्तावित खर्च 57.74 करोड़
इस योजना के लिए केंद्र सरकार की ओर से 50 प्रतिशत खर्च किया जायेगा और नागपुर सुधार प्रन्यास की ओर से 45 प्रतिशत खर्च किया जायेगा. मई 2016 तक यह योजना पुरी की जाएगी ऐसा आदेश वि. चंद्रशेखर बावनकुले ने दिया है. इस योजना के लिए एक्सप्रेस फिडर होने से 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जाएगी. 24 x 7 अनुसार योजना का प्रारूप तैयार किया है. इन गांवों के लिए योजना शुरू की जिन गांवों में पानी का स्त्रोत नही है.
कुल 22 पानी की टंकियों का निर्माण किया जायेगा.
उक्त योजना के अंतर्गत 22 पानी की टंकियाँ निर्माण की जाएगी. इसमें बेसा (4), बेलतरोड़ी(2), घोगली(1), शंकरपुर(1), पिपला (2), हुडकेश्वर(खु)(1), खरबी(4), बहादुरा(2), गोण्हीसिम(3), कापसी(खु)(2) इस तरह टंकियाँ निर्माण की जाएगी. 13 फरवरी 2014 तक तांत्रिक मान्यता के लिए और 31 जनवरी 2014 को प्रशासकीय मान्यता प्रदान हुयी है.
इस दौरान जि.प.सदस्या शुभांगी गायधने, जिप.सदस्य रुपराव शिंगने, बेलतरोड़ी सरपंच शालिनी कंगाले, उपसरपंच सुरेंद्र बनायित, पिपला ग्रापं उपसरपंच प्रभु शेंडे, हुडकेश्वर(खु)सरपंच वर्षा भारसावले, उपसरपंच करमकर, बहादुरा सरपंच प्रियंका रामटेके, उपसरपंच राजकुमार वंजारी, कापसी (खु) सरपंच गजानन और ग्रापं सदस्य के साथ सचिव उपस्थित थे.
