नागपुर: 2011 में सूरत में हुई घटना के आरोपी कुख़्यात नक्सल नेता तुषारक्रांति भट्टाचार्य को गुजरात पुलिस की इंटेलिजेंस टीम ने नागपुर से गिरफ़्तार किया है। नक्सली नेता को मंगलवार सुबह नागपुर रेल्वे स्टेशन से गिरफ़्तार किया गया। क्रांति की पत्नी राष्ट्रसंत तुकडोजी विश्विद्यालय में अंग्रेजी विभाग की प्रमुख है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ़्तारी के डर से तुषारक्रांति भट्टाचार्य कलकत्ता में छुपा हुआ था जबकि उसकी प्रोफेसर पत्नी सोमा सेन ने दावा किया है की वह कलकत्ता अपनी बहन से मिलने गया था।
आरोप है की क्रांति और पत्नी दोनों नक्सली गतिविधियों से जुड़े है। इंटेलिजेंस एजेंसी के अनुसार यह दोनों लेफ़्ट की उग्रवादी शाखा से जुड़े थे और नागपुर स्थित अपने निवास से ही नक्सल आंदोलन में सक्रिय रूप से जुड़े हुए थे। प्रोफेशन क्षेत्र से जुड़ाव के बावज़ूद सोमा देश विरोधी आंदोलन से जुडी थी जिन पर पुलिस लंबे समय से निगरानी कर रही थी।
गुजरात पुलिस तुषारक्रांति की लंबे समय से खोजबीज कर रही थी। वर्ष 2011 में सूरत और नवसारी जिले में आदिवासी इलाकों में हुई वारदातों में उसकी सक्रिय भूमिका थी। कलकत्ता से नागपुर के लिए गीतांजलि एक्सप्रेस में सफर कर रहे क्रांति को नागपुर से गिरफ़्तार कर गुजरात पुलिस की इंटेलिजेंस टीम नागपुर एयरपोर्ट ले गई जहाँ से गुजरात पहुँचकर उसे अदालत से समक्ष पेश किया जाएगा।
क्रांति को इससे पहले भी वर्ष 2007 में पटना से स्पेशल टाक्स फ़ोर्स ने हंथियारों के जख़ीरे के साथ गिरफ़्तार किया था। माओवादी नेता उत्तरप्रदेश,उत्तराखंड और बिहार में भी सक्रिय रहा है। 1976 में आँध्रप्रदेश के तप्पालापुर गाँव में हुई घटना के बाद उसे गिरफ़्तार किया गया था। हैदराबाद जेल से छूटने के बाद वह अपनी पत्नी के साथ नागपुर में रहकर नक्सल वारदातों के आरोपियों की विभिन्न तरीकों से मदत कर रहा था।