नागपुर : महापालिका के सत्तापक्ष से हुए मतभेदों के बाद लंबी छुट्टी पर गए आयुक्त वीरेंद्र सिंह की बदली लगभग तय हो गई है. माना जा रहा है कि इस महीने के अंत में राज्य सरकार से तबादले के आदेश जारी हो सकता है. फिलहाल आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे अतिरिक्त आयुक्त रवींद्र ठाकरे को पूरी कमाने देने के संकेत मिल रहे हैं.
सितंबर की पांच तारीख़ को हुई सभा से पहले ही सभापति छुट्टी पर चले गए. फिलहाल उनके वापस लौटने की तिथि २४ सितंबर तय थी, लेतिन इससे पहले आयुक्त ने नगर विकास विभाग के पास छुट्टी की मियाद बढ़ाने के लिए अर्ज़ी लगाने की हलचलें तेज कर दी हैं. लिहाजा इससे सोमवार को होनेवाली मनपा की सभा प्रभारी आयुक्त रवींद्र ठाकरे की उपस्थिति में ली जाएगी. अश्विन मुदगल के जिलाधिकारी के तौर हुई बदली के बाद वीरेंद्र सिंह की महापालिका के आयुक्त म्हणून पर नियुक्ति हुई थी. शुरुआत में सिंह ने अधिकारी व कर्मचारियों में शिष्टाचार लाने की कोशिश की. इसी के अलावा सत्तापक्ष के नगरसेवकों को भी नियंत्रण में लाने का उन्होंने प्रयास किया. यही नहीं
स्थायी समिति अध्यक्ष वीरेंद्र कुकरेजा द्वारा तैयार किए गए २०१८-१९ के बजट को मंजुरी देने से पहले ही उसे परिपत्रक जारी कर उस पर अघोषित स्थगन लाने का काम किया था. इसके अलावा धार्मिक अतिक्रमण के मसले पर आयुक्त से सत्तापक्ष से मतभेद हुए. जिसकी वजह से स्थायी समिति ने आयुक्त की छुट्टी की अर्जी भी रद्द कर दी थी.
अब सिंह का तबादला कर रवींद्र ठाकरे को कमान दिए जाने की तैयारी की जा रही है. ठाकरे इससे पहले विभागीय आयुक्त कार्यालय में अतिरिक्त आयुक्त के तौर पर कार्यरत थे. नागपुर में मदर डेयरी के विस्तार में ठाकरे ने सर्वश्रेष्ठ काम किया. लिहाजा इसे देखते हुए सत्तापक्ष उन्हें बड़ी जवाबदारी सौंपने पर विचार कर रही है.
