नगराध्यक्ष गहरी नींद में, कर्मचारी सुस्त
मोहपा (नागपुर)। किसी न किसी कारण से चर्चा में रहने वाली मोहपा नगर पालिका अब नागरिकों की मौत की प्रतीक्षा कर रही है. मोहपा शहर में प्रभाग 2 में वार्ड क्र. 3 में आपूर्ति हो रहा पानी दूषित है. उसमे गटर के पानी की बदबू आ रही है. संपूर्ण मोहपा शहर दूषित पानी की वजह से परेशान है. यहां के नागरिक दूषित पानी की वजह से होने वाली बिमारियों से डरे है.
न.प. प्रशासन को बार-बार शिकायत देकर भी न.प. प्रशासन और कर्मचारी इस समस्या का हल नही निकाल रहे. नगराध्यक्ष समसुद्दीनशेख को बॉटल में पानी ले जाकर दिखाया गया. कई बार न.प. नल का पानी देखकर गए. न.प. सिचाई कर्मचारी (इंजीनियर) भी पानी देखकर गई. मुख्याधिकारी शीला बोरकर को भी इस बारे में पता है. इस विषय पर चर्चाएं भी हुई. विरोधी पार्टी के नगरसेवक श्रीकांत येनुरकर, लिना सुरेश चिमोटे और न.प. के कर्मचारियों को भी ये बात पता है. इस समस्या को दो महीने से अधिक समय हुआ है.
नागरिकों को अब लग रहा है कि, न.प. किसी की मौत का इंतजार कर रही है. नगराध्यक्ष निंद से जागेंगे तब तक वार्ड के 4-5 लोग मौत के मुंह में होंगे. नगर पालिका मृतक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के लिए मुफ्त में लकडियां देते है. न.प. एक काम बिना खर्चे के कर सकता है, वो है मृतक को कंधा देने का. वो काम नगरसेवक करते है या कर्मचारी ये उनपर निर्भर है. लेकिन मटका पकड़ने का काम नगराध्यक्ष का रहेगा. ऐसी नागरीकों में चर्चा है. अगर न.प. को लगता है ऐसा नही होना चाहिए तो उन्होंने जल्द से जल्द इस भयानक समस्या पर हल निकालना चाहिए. नगर परिषद का सुस्त बैठकर नही चलेगा.
पानी जीवन है. पानी का उपयोग सभी कामों में किया जाता है. जिसके लिए पानी भी अच्छा होना चाहिए. मनुष्य को पानी से होनेवाली बीमारियां मोहपा शहर में निर्माण हो रही है. न.प. प्रशासन सतर्क होकर इस समस्या का हल निकाले ऐसी नागरिकों की मांग है.