Published On : Mon, Sep 4th, 2017

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में गौरी कोढे ने किया नया कीर्तिमान दर्ज

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नागपुर: शहर की गौरी (मृणाली) कोढे ने स्मरण शक्ति के क्षेत्र में फिर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में गौरी का नाम एक बार फिर दर्ज हुआ है. इससे पहले गौरी का संपूर्ण संविधान पठन करने के लिए उसका नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ़ इंडिया, जीनियस अवार्ड, इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड और एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में शामिल हो चुका है और एक बार फिर अपनी स्मरण शक्ति की काबीलियत रविवार को उसने साई सभागृह में दिखाई. नए कीर्तिमान में उसने सभागृह में मौजूद लोगों द्वारा उनकी दी गई चीज परीक्षक को दे दी. परीक्षक ने इन वस्तुओं को उसके क्रमानुसार रख दिया. इस समय गौरी को इन वस्तुओं को नहीं देखना था. उसके बाद घंटी बजने पर गौरी को सभी वस्तुओं को देखने के लिए केवल एक मिनट का समय दिया गया. एक मिनट के बाद गौरी को फिर पीठ घुमाकर बैठना पड़ा ताकि वो यह वस्तुएं न देख पाए. इस दौरान परीक्षक ने सभी वस्तुओं के क्रम बदल दिए.

यहां से गौरी के टास्क की शुरुआत हुई. उसे 15 मिनट में सभी वस्तुओं को पहले रखे गए क्रमानुसार लगाना था. इस दौरान उसे पहले क्रमांक पर सही वस्तु रखने व बाद के दूसरे क्रमांक पर प्रयत्न करने के नियम का भी पालन करना पड़ा. लेकिन नागपुर की इस 12 वर्ष की बच्ची ने यह कठिन आवाहन स्वीकार कर केवल एक मिनट में ही सभी वस्तुओं को पहले जैसे क्रमानुसार लगाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर डाला. इस विलक्ष्ण परीक्षा को देखने हॉल में कई लोग उपस्थित थे. महापौर नंदा जिचकार, पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले समेत विधायक कृष्णा खोपड़े, समाज सेविका सोनाली घोड़मारे इस समय मौजूद थीं.

गौरी एस्पायर इंटरनेशनल स्कूल के सातवीं क्लास में पढ़ती है. उसके पिता मनीष कोढे वीज मंडल में अभियंता हैं. तो वहीं गौरी की माता वैशाली स्मरण शक्ति बढ़ानेवाली ट्रेनर हैं. उनकी इस टेक्निक का उपयोग कर ”इंस्पायर मेमोरी -टेक्निक ” के जरिए अब तक वैशाली मनोहर पोटे, वैशाली किशोर पोटे ने भी प्रतिष्ठित इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है.