नागपुर: स्वच्छ भारत अभियान समाप्ति के बाद स्वच्छ महाराष्ट्र अभियान का दौर इन दिनों जारी है. कागजों पर लीपापोती के कारण नागपुर मनपा का क्रमांक काफी पीछे है. इस क्रम में मंगलवारी ज़ोन का श्रेय उल्लेखनीय है.
मंगलवारी ज़ोन के पुराने कर्मियों के अनुसार ज़ोन प्रमुख काफी अस्वस्थ्य हैं. इसलिए सुबह एक-दो घंटे रहने के बाद सीधे शाम को आते हैं और कार्यालयीन समय समाप्त होने के बाद भी अमूमन देर रात तक अपने कार्यालय में डटे रहते हैं. क्या इतना काम करती है मनपा और उसके अधिकारी? फिर भी मनपा की कड़की दूर नहीं हो रही है. जोन प्रमुख की अब तक इस ज़ोन से कई बार बदली हो गई, क्यूंकि कई ज़ोन इन्हें स्वीकार करने को तैयार नहीं. यही वजह है कि प्रशासन इसी ज़ोन में कायम रखने को मजबूर है.
जोन की मुख्य इमारत के पीछे इमारत को फाड़ते पेड़ों ने अपनी जगह बना ली है. शीघ्र ही उपाययोजना नहीं किए गए तो कोई अनहोनी घटना घट सकती है. इस भाग में जो मार्ग है, कागजों पर काफी चौड़ा दिखाया जाता है लेकिन हक़ीक़त में काफी संकरा है. जोन की इमारत से सटे एक घर में धीरे-धीरे यह फैलता जा रहा है. घर के समक्ष रेत-गिट्टी का जमाव आवाजाही को प्रभावित कर रहा है, तो मार्ग के दूसरी ओर सड़क किनारे फुटपाथ पर जगह अतिक्रमण कर मुर्गी पालन कर रहा है.
ज़ोन इमारत के बीचोबीच खुली जगह पर बाज़ारों में लगाने के लिए लाई गई नीली व हरी ‘डस्टबिन’ का ढेर जगह बाधित करने के बजाय कई दिक्कतें पैदा कर रहा है. जोन के समक्ष खुले में अनुपयोगी सामग्री का जमाव ज़ोन की छवि को चार चांद लगा रहा है.
इसके बावजूद ज़ोन के कार्यक्षेत्र में गैर जरूरी सार्वजानिक शौचालय का प्रभाग ११ अंतर्गत निर्माण कर मनपा राजस्व को हानि पहुंचाया जा रहा है. मनपा प्रशासन का जोन कार्यालय की ओर जरा भी ध्यान नहीं होने के कारण नागरिकों को तरह तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जोन में कार्यरत कर्मियों ने उक्त अव्यवस्था में सुधार लाने के लिए मनपायुक्त का दौरा करने की मांग की है.