
Drama_ Karmabhog_Customsteam, Ratnagiri
नागपुर : केन्द्रीय राजस्व खेलकूद एवं सांस्कृतिक बोर्ड (सी.आर.एस.सी.बी.), पश्चिम अंचल के तत्वावधान में आयकर विभाग, नागपुर द्वारा आयोजित सांस्कृतिक महोत्सव दि.17 जनवरी, 2015 को राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी, नागपुर के प्रेक्षागृह में संपन्न हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के उप कुलपति डॉ. विनायक श्रीधर देशपांडे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे एवं नगर के सुविख्यात नाटककार एवं रंगमंच कलाकार डॉ. रंजन पुरूषोत्तम दारव्हेकर सम्माननीय अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इनके अलावा मंच पर श्रीमती गुंजन मिश्रा, मुख्य आयकर आयुक्त, श्री बूटा सिंह, आयकर आयुक्त-1, श्रीमती आशा अग्रवाल, आयकर आयुक्त-2 एवं श्री बनवारीलाल मीना, आयकर आयुक्त (अपील) विराजमान थे।
मुख्य अतिथि डॉ. विनायक श्रीधर देशपांडे, उप कुलपति, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय का स्वागत सांस्कृतिक महोत्सव आयोजन के प्रभारी श्री बूटा सिंह, आयकर आयुक्त-1 ने तथा सम्माननीय अतिथि डॉ. रंजन पुरूषोत्तम दारव्हेकर सुविख्यात नाटककार एवं रंगमंच कलाकार का स्वागत श्रीमती आशा अग्रवाल, आयकर आयुक्त-2 ने शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया।
केन्द्रीय राजस्व खेलकूद एवं सांस्कृतिक बोर्ड, पश्चिम अंचल का रा.प्र.कर अकादमी, नागपुर के प्रेक्षागृह में आयोजित समापन समारोह (17/01/2015) में मुख्य अतिथि डॉ. विनायक देशपांडे, उप कुलपति, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय, नागपुर समापन भाषण देते हुए। मंच पर विराजमान हैं बाएं से दाएं – श्री बूटा सिंह,आयकर आयुक्त -1, श्रीमती गुंजन मिश्रा, मुख्य आयकर आयुक्त, नागपुर, सम्माननीय अतिथि सुविख्यात नाटककार एवं रंगमंच कलाकार, डॉ. रंजन दारव्हेकर, श्री बूटा सिंह, आयकर आयुक्त -1, श्रीमती आशा अग्रवाल, आयकर आयुक्त -2 एवं श्री बनवारीलाल मीना, आयकर आयुक्त (अपील)-1
इस सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के पुरस्कार विजेताओं की घोषणा श्रीमती आशा अग्रवाल, आयकर आयुक्त-2 द्वारा की गई।
अपने अतिथि संबोधन में मुख्य अतिथि डॉ. विनायक श्रीधर देशपांडे, उप कुलपति, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने सभी विजेताओं और उपविजेताओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में सांस्कृतिक समारोहों का अपना महत्व होता और इस प्रकार के आयोजन से हमारे दैनिक कार्यकलापों एवं नीरस जीवनशैली में विविध रंगों को समाविष्ट कर सकते है। आपने कहा कि यदि मनुष्य अपने जीवन में प्रयोजन को समाविष्ट करे तो आयोजन अपने-आप सफल हो जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी जी की सहयोग के साथ स्पर्धा की संकल्पना के साथ जोड़ते हुए प्रतिभागियों को उस दिशा में कार्य करने का आव्हान किया।
समूह नृत्य की विजेता टीम आयकर विभाग, मुंबई अपने नृत्य प्रस्तुति में विशिष्ट भाव मुद्रा के साथ ।
सम्माननीय अतिथि सुविख्यात नाटककार एवं रंगमंच कलाकार डॉ. रंजन पुरूषोत्तम दारव्हेकर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा किसी भी प्रतिस्पर्धा में यश या अपयश महत्वपूर्ण नहीं होता है, बल्कि उसमें भाग लेने की प्रक्रिया ही महत्वपूर्ण होती है। इस संदर्भ में आपने प्रसिद्ध गजल गायक जगजीत सिंह को याद करते हुए उनके कुछ अनुभवों से उपस्थित प्रतिभागियों को अवगत कराया।
श्रीमती गुंजन मिश्रा, मुख्य आयकर आयुक्त, नागपुर ने अपने संबोधन में सभी प्रतिभागियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि प्रतिस्पर्धा में भाग लेने का सुख अपने में बड़ा ही आनंददायक होता है और इससे हमारे जीवन को एक नई उमंग और नई दिशा मिलती है।
एकल नृत्य की विजेता कु. शुभांगी बाळबुधे, आयकर विभाग, नागपुर अपनी नृत्य कला की विशिष्ट भाव मुद्रा में ।
इस सांस्कृतिक समारोह में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में निर्णायकों की भूमिका विख्यात कलाकार डॉ. दत्ता हरकरे, श्री दीपक बन्सोड, श्री मुकुन्द वासुले, श्रीमती श्रद्धा तेलंग, श्रीमती प्रमिला उन्नीकृष्णन एवं श्री मदन पांडे ने बखूबी निभायी।
इस सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के परिणाम निम्नानुसार हैं :-
क्र.सं. |
श्रेणी |
विजेता |
1 |
गायन (सुगम संगीत) | प्रथम श्री गोपाल उनगडे, आयकर विभाग, मुंबईद्वितीय श्री पी.के. जयशंकर अय्यर,केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, नाशिक |
2 |
गायन (हिन्दुस्तानी शास्त्रीय) | प्रथम श्रीमती कविता घानेकर, आयकर विभाग, गुजरातद्वितीय आकाश शर्मा, केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, मुंबई |
3 |
गायन (कर्नाटकी सुगम) | प्रथम श्री पी.के. जयशंकर अय्यर,केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, नाशिकद्वितीय श्रीमती रूजुता दानियाट, केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, मुंबई |
4 |
वाद्य सुगम संगीत | प्रथम श्री आर.के. शर्मा, केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, पुणेद्वितीय श्री प्रदीप पराते, केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, मुंबई |
5 |
वाद्य शास्त्रीय संगीत | प्रथम श्री आर.के. शर्मा, केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, पुणेद्वितीय श्री लालचंद कोहली, आयकर विभाग, मुंबई |
6 |
समूह गायन | प्रथम आयकर विभाग, गुजरातद्वितीय आयकर विभाग, नागपुर एवं केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, मुंबई |
7 |
क्षेत्रीय भाषा नाटक | प्रथम आयकर विभाग, मुंबई (नाटक – वेटिंग रूम)द्वितीय आयकर विभाग, गुजरात (मृतकर्णिका घाट) |
8 |
हिन्दी नाटक | प्रथम केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, मुंबई (ग्रहण)द्वितीय आयकर विभाग, गुजरात (बल्ब जलेगा) |
9 |
एकल नृत्य | प्रथम सुश्री शुभांगी बाळबुधे, आयकर विभाग, नागपुरद्वितीय ज्योति साल्वे, सर्विस टैक्स, पुणे |
10 |
समूह नृत्य | प्रथम आयकर विभाग, मुंबईद्वितीय केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, नागपुर |
कार्यक्रम के अंत में श्री सतीश कुमार गोयल, आयकर आयुक्त (प्रशासन/टीडीएस), नागपुर ने आभार व्यक्त किया। इस सांस्कृतिक महोत्सव के समापन समारोह का संचालन श्रीमती शिरीन युनूस, आयकर अधिकारी एवं श्री शंकर कनोजिया, वरिष्ठ हिन्दी अनुवादक ने कुशलतापूर्वक किया। इस सांस्कृतिक समारोह में महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात राज्यों में स्थित आयकर विभाग, केन्द्रीय सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क एवं सेवाकर विभागों के लगभग 160 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस सांस्कृतिक समारोह में आयकर विभाग, नागपुर के अलावा केन्द्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क तथा सेवाकर विभाग, नागपुर एवं राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी, नागपुर के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।