Published On : Tue, Jun 26th, 2018

भेड़, बकरियों के निर्यात से विदर्भ किसानों की बढ़ेगी आय : सांसद विकास महात्मे

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नागपुर: महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के किसानों की आय को बढ़ाने के नए रास्ते मुहैया कराने के प्रयास के तहत सरकार ने बड़े पैमाने पर भेड़ व बकरियों के निर्यात का फैसला लिया है। एक सांसद ने यह जानकारी दी। राज्यसभा के सांसद विकास महात्मे के अनुसार, विदर्भ में भेड़ पाली जाती है, लेकिन ऊन के लिए, मांस के लिए नहीं। यह क्षेत्र सबसे ज्यादा किसानों की आत्महत्या के लिए जाना जाता है।

चरवाहे समुदाय से आने वाले महात्मे ने कहा, “किसानों और चरवाहों में ज्यादा परिवहन लागत आने के कारण अपनी भेड़ें नहीं बेचते हैं। इसलिए हम मवेशियों के निर्यात की परियोजना के साथ आए है, जिससे संकटग्रस्त किसानों को एक व्यापार का अवसर मिल सके और उनकी आय बढ़े।”

इस परियोजना का शुभारंभ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस 30 जून को शुरू करेंगे। इसमें पहले तीन महीनों में संयुक्त अरब अमीरात में एक लाख से ज्यादा भेड़ और बकरियों का निर्यात किया जाएगा।

महात्मे ने कहा कि निर्यातक इस कार्य के लिए नागपुर हवाईअड्डे का इस्तेमाल करने के लिए तैयार नहीं थे, क्योंकि शहर में क्वारंटाइन की सुविधा नहीं थी या एक बड़े बूचड़खाने की सुविधा नहीं थी और इसके लिए कई एजेंसियों की अनुमति की जरूरत थी।

उन्होंने कहा, “हमने (केंद्रीय वाणिज्य मंत्री) सुरेश प्रभु और (कृषि राज्य मंत्री) गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने सभी चिंताओं पर ध्यान दिया, जिसने परियोजना को व्यवहारिक बनाया, अब, हम एक प्रमाणिक निर्यातक हैं।”

उन्होंने कहा, “किसान और चरवाहे निश्चित रूप से निर्यात के माध्यम से अधिक कमाई करने जा रहे हैं। मांग के बढ़ने के साथ ज्यादा से ज्यादा लोग इस व्यापार में शामिल होंगे।”

हालांकि, किसानों के वास्तविक पारिश्रमिक के हिस्से पर वास्तविक रूप से कोई स्पष्टता नहीं है।

नवीनतम गणना के अनुसार, नागपुर व आसपास के पांच जिलों में 45,000 भेड़े व 11 लाख बकरियां हैं।