Published On : Mon, Sep 19th, 2016

काँग्रेस मजबूती के लिए मंच साझा किया मूलक-केदार ने

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नागपुर: नागपुर जिले के एकमात्र विधायक सुनील केदार और पूर्व ऊर्जा राज्यमंत्री राजेंद्र मूलक दोनों अपने-अपने सर्मथक को जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते थे. या फिर खुद बनना चाहते थे. दोनों दिग्गजों मध्य कड़ी स्पर्धा के मध्य अखिल भारतीय काँग्रेस समिति के हस्तक्षेप के बाद मूलक को जिलाध्यक्ष बनवाने में उनके वरिष्ठ समर्थकों सफलता मिली. ऐसे में अलग-थलग पड़े जिले में काँग्रेस का अकेले नेतृत्व करने वाले केदार नाराज हो गए थे. मुलक के पदग्रहण समारोह में केदार अनुपस्थित थे. कांग्रेस की बैठक में केदार सर्मथक नदारद रहते थे. काफी माह बाद कांग्रेस पार्टी की मजबूती हेतु दोनों ने पहली बार रविवार को आयोजित नागपुर ग्रामीण कांग्रेस भवन में बैठक में मंच साझा कर पक्ष के कार्यकर्ताओं का हौसला बुलंद किया. केदार बैठक में अकेले नहीं बल्कि अपने समर्थकों के साथ उपस्थित देख विरोधियों में खलबली मचते देर नहीं लगी.

कल जिला कांग्रेस समिति की बैठक गणेशपेठ स्थित जिला कांग्रेस भवन में संपन्न हुई. इसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राजेंद्र मुलक ने की. बैठक में विधायक सुनील केदार सहित जिला परिषद, पंचायत समिति के सदस्य व पदाधिकारी उपस्थित थे.

बैठक में शिकायत की गई कि जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों को भाजपा के पदाधिकारी तवज्जो नहीं देते. शिकायतों पर गौर नहीं करते. इस पर कांग्रेस नेताओं ने जि.प. सदस्यों को सदन में अध्ययन कर बोलने और आक्रामक रुख अपनाकर सत्ताधारियों को आडे. हाथों लेने की बात कही.

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जिलाध्यक्ष मुलक ने कहा कि कांग्रेस को विपक्ष की भूमिका आक्रामकता से निभानी होगी. समस्याओं पर सत्ताधारियों से जवाब मांगना चाहिए.
जिला परिषद चुनाव सिर पर हैं. चुनाव की तैयारियों में सबको जुट जाना चाहिए. जि.प. व पं.स. सदस्यों को हर गांव में जाकर सरपंच, उपसरपंच, ग्राम पंचायत के सदस्य, संबंधित गांव के कांग्रेस का काम देखने वाले प्रमुख व्यक्ति, कार्यकर्ता, युवाओं से मुलाकात करना चाहिए. मतदाता पंजीयन में सक्रिय रूप से शामिल हो. लोगों को अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए प्रेरित करे.

बैठक में चर्चा थी कि मूलक-केदार के मनोमिलन से जिले में मृतप्राय कांग्रेस जीवित ही नहीं होंगी बल्कि आगामी नगरपरिषद सह जिलापरिषद चुनाव में काँग्रेस हित में सकारात्मक परिणाम दिखाई देंगा.

उल्लेखनीय यह है कि पिछले सप्ताह काँग्रेस के जिलापरिषद सदस्य ज्ञानेश्वर कम्भाले का नेतृत्व स्वीकारते हुए कोराडी-महादुला के सैकड़ो शिवसैनिकों ने मूलक की उपस्थिति में काँग्रेस में प्रवेश किया.