नागपुर– नागपुर शहर में जबरदस्त लूट और मनमानी करने के बाद पिछले वर्ष घाटे का कारण बताकर एसएनडीएल (SNDL ) कंपनी ने अपनी फ्रैंचाइजी बंद कर दी और उसके बाद पहले के ही जैसे महावितरण ( MSEDCL ) के हाथों में शहर में बिजली वितरण की जिम्मेदारी आ गई. शहर के ग्राहकों को उम्मीद थी कि अब इस कंपनी के आने से अधिकारियो, कर्मचारियों की मनमानी बंद होगी और उनकी लूट भी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, महावितरण (MSEDCL ) के आने के बाद नागरिकों की समस्या जस की तस बनी हुई है.
अगर अपने बिजली बिल, मीटर से जुडी समस्याएं लेकर शहर के ग्राहक महावितरण (MSEDCL ) के विभिन्न ऑफिसो में पहुंचते है, तो इनकी किसी भी प्रकार से सुनवाई नहीं होती है, और तो और महावितरण (MSEDCL ) के कर्मचारियों और अधिकारियो की मनमानी और दादागिरी इतनी बढ़ गई है कि वे ग्राहकों के घर के बिजली ( ELECTRICITY ) के तार भी काट देते है. ऐसा ही एक मामला जूनी शुक्रवारी में सामने आया है. जहांपर पर 28 जुलाई 2020 को ग्राहक मधुकर मेश्राम के घर बिजली ( ELECTRICITY ) का कनेक्शन बकायदा तुकडोजी चौक स्थित ( MSEDCL ) के ऑफिस के कर्मचारियों ने आकर काट दिया. पिछले एक हफ्ते से यह परिवार जनरेटर का उपयोग कर रहा है. इनका कसूर इतना ही था की इन्होने ( ELECTRICITY ) मीटर लगानेवाले कर्मचारियों को नस्ती (मीटर से संबंधित सभी कागजात ) की मांग की थी.
ग्राहक मधुकर मेश्राम की शिकायत के अनुसार सोमवारी पेठ में उनके दूसरे घर में बिजली मीटर लगाना था, जिसके लिए 5 मार्च 2020 को आवेदन (APPLICATION) तुकडोजी चौक स्थित ( MSEDCL ) के ऑफिस में दिया था, इसके लिए उन्होंने 1,307 रुपए भी भरे थे, इसके 5 महीने बाद 28 जुलाई को इनके घर में ( ELECTRICITY ) मीटर लगानेवाले कर्मचारी पहुंचे, उन्होंने मीटर लगाया, इस दौरान ग्राहक मधुकर मेश्राम ने मीटर लगा रहे कर्मियों से नस्ती (मीटर से संबंधित सभी कागजात ) मांगे, तो कर्मियों ने कहा की कल लाकर देंगे, इसके बाद दूसरे दिन बिना सुचना दिए, तुकडोजी चौक स्थित महावितरण ( MSEDCL ) के कर्मी पहुंचे और डॉक्यूमेंट देना तो दूर, इनके घर का बिजली मीटर निकालने लगे, लेकिन जब इन्होने विरोध किया तो वे मीटर छोड़कर पोल से लाइन काटकर चले गए. इसके बाद से मेश्राम परिवार ने तुकडोजी चौक के महावितरण (MSEDCL ) के उपकार्यकारी अभियंता समेत गड्डीगोदाम स्थित अधीक्षक अभियंता से भी शिकायत की. लेकिन इनकी किसी भी तरह की सुनवाई नहीं हो सकी. पिछले एक हफ्ते से यह लोग जनरेटर का उपयोग कर अपनी बिजली की जरुरत पूरी कर रहे है. तुकडोजी चौक के महावितरण (MSEDCL ) के कर्मियों की मनमानी और दादागिरी के कारण मेश्राम परिवार में काफी नाराजगी है.
याद रहे कि शहर के ग्राहक लॉकडाउन के बाद से जिसे तरह से महावितरण ( MSEDCL ) ने ग्राहकों को हजारों रुपए के बिजली के बिल भेजे है, उसी से ही परेशान है और हजारो ग्राहक जब अपनी समस्या लेकर महावितरण ( MSEDCL ) के ऑफिस पहुँच रहे है तो इनका समाधान तो दूर की बात है, इनके साथ बदतमीजी करने की शिकायतें भी सामने आ रही है. प्रशासन और मंत्रियो का अंकुश अधिकारियों पर नहीं होने की वजह से ही ग्राहकों के साथ महावितरण (MSEDCL ) कार्योलयों में काम करनेवाले कर्मचारी बदतमीजी और मनमानी कर रहे है. जिसके कारण कंपनी की कार्यप्रणाली से शहर के ग्राहक परेशान हो चुके है.