नागपुर: प्रत्येक व्यक्ति अपने सुख के लिए कार्य करता है। मैं भी यहां आनंद लेने आया हूं। लेकिन बोलने से ज्यादा मुझे नाटक और सिनेमा में अभिनय करने से असली आनंद मिलता है। खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के भव्य शुभारंभ अवसर पर उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए मशहूर अभिनेता और सामाजिक कार्यकर्ता नाना पाटेकर ने विश्वास व्यक्त किया कि अगले साल मैं फिर इस खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के मंच पर कार्यक्रम पेश करने आऊंगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की परिकल्पना से शुरू किए गए भारत के सबसे बड़े खासदार सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ प्रसिद्ध अभिनेता नाना पाटेकर ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सांस्कृतिक मामले एवं वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, पूर्व सांसद डॉ. विकास महात्मे, नागो गाणार, मोहन मते, कांचन गडकरी, पुनीत आनंद, संजय गुप्ता, अरुण यादव, सुमीत पाण्डेय, डॉ. गिरीश गांधी, डॉ. दीपक खिरवाडकर, गिरीश व्यास, प्रवीण दटके, प्रो. संजय भिंडे, प्रशांत उगेमुगे, सुधाकर कोहले, उपेंद्र कोठेकर, एड. सुलेखा कुंभारे मौजूद थे।
ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सदगुरु जग्गी वासुदेव की वर्चुअल उपस्थिति रही। महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण की तरह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बहुमुखी प्रतिभासंपन्न व्यक्तित्व हैं। उन्हें सड़कें बनाने में आनंद आता है और इसलिए हम अपने रिश्तेदारों तक उनके बनाए रास्तों के जरिए पहुंच सकते हैं। यह कहते हुए अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा कि यह सांस्कृतिक उत्सव सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि सभी जाति और धर्म के लोगों के बीच संवाद पैदा करने वाला त्योहार है। सांस्कृतिक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के लिए शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अकेले ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने संस्कृति मंत्री न होते हुए भी देश में सबसे अच्छा सांस्कृतिक कार्य किया है और उनके इस महोत्सव से लोगों का ‘हैपीनेस इंडेक्स’ बढ़ा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और धर्म के क्षेत्र में नितिन गडकरी का काम अद्वितीय रहा है।
उन्होंने इच्छा जताई कि नितिन गडकरी अगले पचास साल तक सांसद रहें। नाना पाटेकर का नितिन गडकरी के हाथों तथा ‘मां भारती की यशोगाथा-वंदे मातरम’ कार्यक्रम की परिकल्पना और समन्वयन करने वाले शैलेश दाणी और अरविंद उपाध्याय को नितिन गडकरी और नाना पाटेकर द्वारा सम्मानित किया गया। प्रो. अनिल सोले ने प्रस्तावना में महोत्सव की रूपरेखा प्रस्तुत की। संचालन रेणुका देशकर ने किया धन्यवाद प्रस्ताव बाल कुलकर्णी ने दिया।
महोत्सव की सफलता के लिए खासदार सांस्कृतिक महोत्सव समिति के अध्यक्ष प्रो. अनिल सोले, उपाध्यक्ष प्रो. मधुप पाण्डेय, डॉ. गौरीशंकर पराशर, अशोक मानकर, दिलीप जाधव, सचिव जयप्रकाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रो. राजेश बागड़ी, बाल कुलकर्णी, सारंग गडकरी, अविनाश घुशे, हाजी अब्दुल कादिर, संदीप गवई, संजय गुलकारी, रेणुका देशकर, एड. नितिन तेलगोटे, विलास त्रिवेदी, आशीष वंदिले, चेतन कैरकर, भोलानाथ सहारे, किशोर पाटिल, मनीषा काशीकर परिश्रम कर रहे हैं।