संदेहास्पद आरोपियों का नार्को टेस्ट करें
अहेरी (गड़चिरोली)। अहेरी उपविभाग के आलापल्ली के बहुचर्चित पंकज सोनटक्के और संदीप इजगमकर की 13 सितंबर को अज्ञात हत्यारों ने हत्या कर दी. इस घटना के अज्ञात आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को अबतक सफलता हाथ नहीं लगी है. जिससे मृतकों की माताओं ने आज 3 फरवरी को उक्त मांग के लिए उपविभागीय कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू किया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बेटों की हत्या के बाद मृतकों के परिवारों ने पुलिस अधिक्षक से मुलाकात की जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी मौत दुर्घटना में होने की संभावना है. अहेरी पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक सुभाष की रिपोर्ट पर अनशनकर्ताओं को संदेह है. पोस्टमार्टम के दौरान 3:00 बजे पो.नि. ढवले को संदेहस्पदों का फोन आया. उस दौरान इस घटना को दुर्घटना का प्रारूप दे ऐसा कहां गया. उसपर पो.नि. ढवले ने इस घटना को दुर्घटना का ही प्रारूप देंगे ऐसा उपस्थित मृतकों के परिजनों के सामने कहां.
मृतकों के परिजनों ने राष्ट्र के केंद्रीय खाद व रसायन मंत्री हंसराज से मुलाकात करके घटना की जानकारी दी. पुलिस अधिक्षक गडचिरोली को जीएडी/ 2029/2015 क्र. का पत्र जांच के लिए दिया गया. लेकिन संदेहास्पद आरोपियों के नाम बताकर कर भी गिरफ्तार नहीं किया गया. जिससे पंकज और सदीप के हत्यारों को गिरफ्तार करके उनका नार्को टेस्ट करने की मांग अनशन द्वारा की गई. जांचकर्ता अधिकारी पो.नि. ढवले अपनी जांच में आनाकानी कर रहे है. जिससे उनको निलंबित करने की भी मांग उठी है.
उक्त जांच के लिए सीआइडी को केस सौपी जाए. पोस्टमार्टम की जरुरत पड़े तो फिरसे करे ऐसी मांग को लेकर मृतकों की माता गीता गजानन सोनटक्के और सखुबाई नानाजी इजगमकर ने अपने परिजनों सहित अनशन पर बैठे है.