Published On : Thu, Feb 13th, 2020

तीर्थंकर पद्मप्रभु का मोक्ष कल्याणक महोत्सव

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नागपुर : अखिल भारतीय पुलक मंच परिवार महावीर वार्ड नागपुर द्वारा जैन धर्म के छठे तीर्थंकर पद्मप्रभु भगवान के मोक्ष कल्याणक पर बुधवार की सुबह जुनी शुक्रवारी स्थित श्री. पार्श्वनाथ दिगंबर जैन खंडेलवाल मंदिर मे सुबह तीर्थंकर पद्मप्रभु भगवान को निर्वाण लाडू चढाया गया. नरेश मचाले को निर्वाण लाडू चढाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. ‘मेरी भावना’ और निर्वाण पूजन संपन्न किया.

कार्यक्रम के संयोजक सुरज जैन पेंढारी ने कहा जैन धर्म के छठे तीर्थंकर पद्मप्रभु का जन्म कौशाम्बी मे राजा धरणराज और माता सुसीमादेवी के रत्नकुक्षी से कार्तिक कृष्णा एकादशी के दिन हुआ. रक्त कमल पद्मप्रभु भगवान का चिन्ह था. काव्य शास्त्रो मे कमल पवित्र प्रेम का प्रतिक माना जाता है. छह माह की तपस्या के बाद उन्हे केवलज्ञान व केवलदर्शन की प्राप्ति हुई. उन्होने चतुर्विध तीर्थ की स्थापना करके प्रभू ने संसार के लिये कल्याण का द्वार खोल दिये. फागुन वदी 4 को प्रभू का सम्मेदशिखरजी मे निर्वाण हुआ.

कार्यक्रम मे पुलक मंच परिवार के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष मनोज बंड, शाखा अध्यक्ष शरद मचाले, रमेश उदेपुरकर, सुरज जैन पेंढारी, प्रकाश उदापुरकर, अमोल भुसारी, अतुल महात्मे, सुरेश महात्मे, शशिकांत बानाईत, चंद्रशेखर भागवतकर, छाया उदापुरकर, शुभांगी लांबाडे, विभा भागवतकर, हेमलता गडेकर, सुनंदा मचाले स्वाति महात्मे आदि उपस्थित थे.