Published On : Fri, Nov 24th, 2017

धर्मसंसद में संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले- राम जन्मभूमि पर सिर्फ राम मंदिर, जल्द लहराएगा भगवा


उड़पि: राम मंदिर मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है। कर्नाटक के उड़पि में चल रही धर्मसंसद के दौरान मोहन भागवत ने कहा कि राम जन्मभूमि पर सिर्फ राम मंदिर ही बनेगा। सुप्रीम कोर्ट में 5 दिसंबर से अयोध्या मामले पर आखिरी सुनवाई होने जा रही है और उससे पहले भागवत के इस बयान के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।

धर्मसंसद में आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘राम जन्मभूमि पर राम मंदिर ही बनेगा और कुछ नहीं बनेगा। उन्हीं पत्थरों से बनेगा, उन्हीं की अगवानी में बनेगा, जो इसका झंडा उठाकर पिछले 20-25 वर्षों से चल रहे हैं।’

आरएसएस प्रमुख भागवत ने इस दौरान कहा कि राम मंदिर के ऊपर एक भगवा झंडा बहुत जल्द लहराएगा। राम जन्मभूमि स्थल पर कोई दूसरा ढांचा नहीं बनाया जा सकता। इसके साथ ही मोहन भागवत ने गोरक्षा की वकालत करते हुए कहा कि हमें गायों की सुरक्षा सक्रिय रूप से करनी होगी। अगर गोहत्या पर बैन नहीं लगेगा, तो हम शांति से नहीं जी सकेंगे।

Gold Rate
13 Sept 2025
Gold 24 KT ₹ 1,09,800 /-
Gold 22 KT ₹ 1,02,100 /-
Silver/Kg ₹ 1,29,000/-
Platinum ₹ 48,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

अयोध्या पर समाधान की कोशिश
अयोध्या मुद्दे पर हाल के दिनों में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर की पहल पर बातचीत हुई थी। इसके अलावा शिया वक्फ बोर्ड ने भी अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान के लिए एक प्रस्ताव पेश किया है। शिया वक्फ बोर्ड ने जो प्रस्ताव दिया है, उसके मुताबिक अयोध्या में राम मंदिर बनाया जाए और लखनऊ में मस्जिद बने। बोर्ड ने सुझाव दिया है कि इस मस्जिद का नाम किसी शासक पर रखे जाने की बजाय इसे मस्जिद-ए-अमन नाम दिया जाए।

बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने अयोध्या विवाद का हल निकालने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया है। इसमें कहा गया है कि अयोध्या में विवादित जमीन पर भगवान श्रीराम का मंदिर बनाया जाए ताकि हिंदुओं और मुसलमानों के बीच का विवाद सदा के लिए खत्म हो जाए और देश में अमन कायम हो।

बोर्ड ने प्रस्ताव दिया है कि मस्जिद को अयोध्या में न बनाकर लखनऊ में बनाया जाए। बोर्ड ने प्रस्ताव में कहा कि लखनऊ के हुसैनाबाद में घंटा घर के सामने शिया वक्फ बोर्ड की जमीन है, जिस पर मस्जिद बनाई जाए। इसका नाम मस्जिद-ए-अमन रखा जाए। हालांकि इस प्रस्ताव को सुन्नी वक्फ बोर्ड और बाबरी केस के मुद्दई ने खारिज कर दिया था। वहीं बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमिटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने कहा था कि बाबरी पर शिया बोर्ड का दावा फर्जी है।

Advertisement
Advertisement