नागपुर: बीते चार दिनों से मनपा के बस ऑपरेटरों की हड़ताल की वजह से शहर की परिवहन सेवा बुरी तरह चरमरा गई है। मनपा द्वारा संचालित बसों के बंद होने का सबसे ज्यादा खामियाजा आम लोगो को उठाना पड़ रहा है जो कही आने जाने के लिए आपली बस सेवा का इस्तेमाल करते है। मनपा ने शहर में बसों के ऑपरेशन के लिए तीन ऑपरेटरों को नियुक्त किया है। इस ऑपरेटरों ने अपने बकाये की माँग करते हुए हड़ताल कर दी है। इस हड़ताल की वजह से जहाँ जनता परेशान है तो वही दूसरी तरफ ऑटो चालक चाँदी कांट रहे है। अवैध परिवहन व्यवस्था का नजारा भी शहर की सडको पर देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं ऑटोचालक मनमाना किराया भी यात्रियों से वसूल रहे है। सवारी ऑटो को भले ही तीन यात्रियों को बिठाने की इजाज़त को लेकिन इनमे 8 से 9 यात्रियों को ठूस-ठूस कर बैठाया। कहीं आने जाने के लिए आपली बस सेवा पर आश्रित आम लोग मजबूरन ऑटो में बैठने के लिए मजबूर है।
दूसरी तरफ नागपुर महानगर रजिस्टर्ड बस असोशिएशन ने शहर में आयी इस स्थिति में लिए मनपा में व्याप्त भ्रस्टाचार को कारण बताया है। संस्था के सचिव शैलेश पांडे के मुताबिक मनपा की बस सेवा गलत नीतियों की वजह से नुकसान झेल रही है। नुकसान को कम करने के लिए मनपा ने बस का किराया बढ़ाया लेकिन जब उससे भी बात नहीं बनी तो आय के अन्य स्त्रोतों का पैसा आपली बस सेवा में लगाया जा रहा है। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर से मार आम आदमी को ही पड़ रही है।