Published On : Thu, Dec 28th, 2017

हलबा समाज को न्याय दिलाने के लिए विधायक विकास कुंभारे ने मुंबई में डाला डेरा

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नागपुर: भारतीय जनता पार्टी में आतंरिक असंतोष दिन बा दिन बढ़ रहा है। भंडारा-गोंदिया से सांसद नाना पटोले पार्टी से इस्तीफ़ा दे ही चुके है कयास है की नाराजगी की वजह से विधानसभा चुनाव से पहले कई नेता पार्टी को राम-राम कह सकते है। पार्टी से नाराजगी की नेताओं की सबसे बड़ी वजह वो आश्वाशन है जो चुनाव के वक्त उन्होंने जनता से किये थे अब इन नेताओं को भी लगने लगा है की उनके दल ने आश्वाशन पूरा नहीं कर पाया है। मध्य नागपुर से विधायक विकास कुंभारे का इन दिनों हलबा समाज के आरक्षण को लेकर अपनी ही सरकार से तनातनी शुरू है। उन्होंने खुले मंच से हलबा समाज का प्रश्न नहीं सुधरने की सूरत में विधायक पद से इस्तीफ़ा देने की बात कह चुके है। कहाँ यह भी जा रहा है की अगर वो अपने मकसद में कामियाब नहीं होते है तो वह पार्टी भी छोड़ सकते है।

कुंभारे हलबा समाज से ही आते है और वज जिस जगह से वो चुनाव जीते है वहाँ हलबा मतदाताओं का प्रतिनिधित्व भी भारी संख्या में है। समाज से जुड़े आरक्षण के मुद्दे को सुलझाने के लिए इन दिनों विकास कुंभारे मुंबई में डेरा डाले हुए है। नागपुर टुडे से फ़ोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया की उन्हें उम्मीद है की समाज का प्रश्न सुलझ जायेगा। उन्हें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी पर पूरा भरोषा है। यह दोनों नेता विशेष रूचि लेकर इस सवाल को सुलझाने में लगे है। वह खुद भी सम्बंधित विभाग के अधिकारियो के लगातार संपर्क में है। बावजूद इसके अगर वो कामियाब नहीं होते है या सरकार हलबा समाज के आरक्षण के मुद्दे पर कोई ठोस कदम नही उठाती है तो वह सौ फ़ीसदी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे देंगे।

इस सवाल पर की क्या उन्होंने अपने सरकार को समय की कोई डेडलाइन दी है ? इसके जवाब में उन्होंने कहाँ की सवाल डेडलाइन का नहीं है सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हलबा समाज के हजारों लोगो की नौकरी पर बात आ जाएगी। इस समाज का होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है की मै प्रश्न हो हल करुँ।

कई मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी भी सामने आ रही है की कुंभारे लगातार कांग्रेसी नेताओं के संपर्क में है। संभव है की वह चुनाव से पहले अपनी पुरानी पार्टी में शामिल हो जाये। इस तरह से उनकी राजनीति भी सुरक्षित रहेगी और वह समाज को न्याय न मिल पाने की सूरत में ठीकरा बीजेपी पर फोड़ सकेंगे।