नागपुर/कारगिल:नागपुर की जो महिला हाल ही में लद्दाख के कारगिल जिले के LoC से सटे गांव से लापता हुई थी, उसने पाकिस्तान में एक ऑनलाइन पादरी से मिलने के इरादे से सीमा पार कर ली — अब यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
43 वर्षीय महिला सुनीता, जो पहले नागपुर के एक अस्पताल में नर्स रह चुकी हैं, 14 मई को अपने 15 वर्षीय बेटे के साथ छुट्टियों पर लद्दाख के हुंदरमान गांव गई थीं। यह गांव LoC के बेहद करीब है। उसी दिन वह अचानक गायब हो गईं, और जब काफी देर तक वापस नहीं लौटीं तो गांववालों ने उनके बेटे को लद्दाख पुलिस के हवाले कर दिया।
अब खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली है कि सुनीता पाकिस्तान में है और वहां की सुरक्षा एजेंसियों की हिरासत में है। बताया जा रहा है कि सीमा पार करने के बाद उन्हें पाकिस्तानी ग्रामीणों ने देखा और पुलिस को सौंप दिया गया।
यह भी सामने आया है कि यह सुनीता का सीमा पार करने का तीसरा प्रयास था। इससे पहले मार्च में उन्हें अमृतसर के अटारी बॉर्डर पर उनके बेटे के साथ रोका गया था।
पुलिस अब उनके कॉल रिकॉर्ड, सोशल मीडिया चैट और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रही है। परिवार ने दावा किया है कि सुनीता मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं और नागपुर के क्षेत्रीय मानसिक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
“वह मानसिक इलाज ले रही थी,” उनके भाई ने शुक्रवार को उनके संत कबीर नगर स्थित आवास पर बताया।
इस घटना ने सीमा सुरक्षा व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर ऐसे समय में जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है और LoC पर भारी सैन्य तैनाती है।