उमरखेड (यवतमाल)। मरसुल- बेलखेड गांव सहित अन्य पांच गांव को सुकली (ज) फीडर से बिजली आपूर्ति होती है. बारिश में या कोई भी सत्र में नागरिकों को अंधेरे में रहना पड़ता है. किसानों को जरुरत के हिसाब से बिजली आपूर्ति नही मिलती. जिससे मरसुल- बेलखेड में नए बिजली 33 के.व्ही स्टेशन मंजूर करने की मांग का ज्ञापन म.रा.वि.वि. कंपनी के कार्यकारी अभियंता नगराले को सौंपा.
उमरखेड 33 के.व्ही सब स्टेशन काफी दुरी पर है. गत अनेक वर्षों से मरसुल- बेलखेड, कुपटी, बारा, आमदरी और दहागांव के ग्रामस्थ और किसानो को केवल 10 घंटे बिजली मिलने से सिंचाई और अन्य कार्यों को बिजली नहीं मिलती. यह परेशानी और कितने दिन सहनी पड़ेगी ऐसा प्रश्न निर्माण हो रहा है. मरसुल गांव में सड़क के समीप ‘ई’ क्लास जगह उपलब्ध है. सुकली फिडर से विभाजन करके 6 गांवों में स्वतंत्र 33 के.व्ही सब स्टेशन का निर्माण करे जिसके लिए 6 गांवों के सरपंचों के हस्ताक्षर किया ज्ञापन म.रा.वि.वि. कंपनी के कार्यकारी अभियंता को सौंपा गया. इस दौरान मरसुल के डा. अंनतराव कदम और कुपटी के सरपंच विलास मोरे उपस्थित थे.
किसान विकास के लिए प्रयासरत – वि. राजेन्द्र नजरधने
मरसुल- बेलखेड सहित अन्य 5 गांवों के नागरिकों की बिजली समस्या से किसानों का नुकसान हो रहा है. इस बात को ध्यान में रखकर लोकप्रतिनिधी होने के नाते नए बिजली 33 के.व्ही सब स्टेशन निर्माण करने के लिए प्रयास करूंगा और मंजूर करने का आश्वाशन देता हूँ. ऐसा वि. राजेन्द्र नजरधने ने शिष्टमंडल से कहां.